बीते महीने पुणे पोर्श एक्सीडेंट ने देशभर में खलबली मचाई थी. पुणे पोर्श एक्सीडेंट में नाबालिग को जिस तरह से बेल मिली, उसके बाद इस मामले पर पुलिस से लेकर डॉक्टर तक पर गाज गिरी थी. इस घटना को बीते एक महीना भी नहीं हुआ है कि एक और ऐसी ही घटना देश में हो गई है. पुणे पोर्श एक्सीडेंट की तरह ही एक और एक्सीडेंट 17 जून को चेन्नई में घटित हुई.
चेन्नई में सांसद की बेटी ने एक शख्स पर बीएमडब्ल्यू गाड़ी चढ़ा दी, जिससे शख्स की मौत हो गई और आरोपी महिला को मामले में जमानत मिल गई. खबरों के मुताबिक YSR पार्टी के राज्यसभा सांसद बीडा मस्तान की बेटी माधुरी ने घटना को अंजाम दिया है. 17 जून की रात माधुरी बीएमडब्ल्यू गाड़ी चला रही थी, गाड़ी में उसके साथ एक महिला दोस्त भी मौजूद थी. कथित तौर पर माधुरी ने 24 साल के सूर्या के ऊपर अपनी गाड़ी चढ़ा दी. सूर्या चेन्नई के बसंतनगर इलाके में फुटपाथ पर सो रहा था. घटना को अंजाम देकर माधुरी तुरंत मौके से फरार हो गई.
कार बीडा मस्तान ग्रुप की
माधुरी के भाग जाने के बाद उसकी दोस्त घटनास्थल पर लोगों से बहस कर रही थी. लेकिन उसने भी घायल सूर्या को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया. थोड़ी देर बाद मौजूद लोगों ने सूर्या को अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई.
सूर्या की मौत के बाद कॉलोनी के लोगों ने j5 शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. काफ़ी हंगामे के बाद पुलिस ने घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज जुटाया और जांच की, जिसमें पता चला कि कार बीडा मस्तान ग्रुप की है पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए बीडा की बेटी माधुरी को गिरफ्तार किया, लेकिन थोड़ी ही देर में उन्हें जमानत मिल गई.
खबरों के मुताबिक जिस वक्त पर यह हादसा हुआ उस वक्त माधुरी नशे में थी और गाड़ी चला रही थी.
हमारे देश के कानून पर सभी को पूरा विश्वास है और होना भी चाहिए, लेकिन यह कैसा कानून है जिसमें एक सांसद की बेटी घटना में अभियुक्त बनती है और उसे तुरंत जमानत मिल जाती है. वहीं एक आम इंसान जो शक के बिनाह पर जेल जाता है और पुलिस पिटाई में मारा जाता है. समय रहते अगर पैसा, पावर, पॉलिटिक्स को कानून के कब्जे में नहीं लाया गया, तो आने वाले दिनों में ऐसी घटनाएं आम हो जाएंगी और लोग पुलिस पर भी भरोसा करना छोड़ देंगे.