झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले सियासी बयान-बाजियों का दौर चल रहा है. राज्य में पक्ष और विपक्ष दोनों की ओर से मुस्लिम आबादी को लेकर बड़े दावे और खुलासे हो रहे हैं. इस कड़ी में भाजपा चुनाव सह प्रभारी मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी एक बड़ा दावा किया है.
असम सीएम ने कहा कि संथाल परगना में आदिवासी आबादी कम हो रही है और मुस्लिम आबादी बढ़ रही है. इसी के साथ उन्होंने हर 5 साल में मुस्लिम आबादी बढ़ने का भी मुद्दा उठाया और उसके पीछे सीधा गणित बताया. उन्होंने कहा कि हर मुस्लिम घुसपैठियों नहीं है, लेकिन हर 5 साल में मुस्लिमों की आबादी कैसे बढ़ रही है, क्या एक परिवार है 10-12 बच्चों को जन्म दे रहे हैं. अगर ऐसा नहीं है तो निश्चित रूप से बाहर से लोग आ रहे हैं, यह सीधा गणित है. उन्होंने आगे कहा कि मैं घुसपैठियों के खिलाफ आग लगाता हूं. भगवान हनुमान ने भी लंका में आग लगाई थी. हमें घुसपैठियों के खिलाफ आग लगानी और झारखंड को स्वर्णिम भूमि बनाना है.
असम सीएम के इन घुसपैठियों की लंका में आग लगाने वाले बयान पर कांग्रेस बिफर गई है. विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इसे हनुमान जी का अपमान बताया है. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि हिमंत बिस्वा को खुद की तुलना हनुमान जी से नहीं करनी चाहिए. ऐसा बयान उन्हें शोभा नहीं देता.
इधर असम सीएम के पहले के बयानों के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ अभियान के बैनर तले चुनाव आयोग से शिकायत की गई है. सोमवार को निर्वाचन आयोग को संबोधित ज्ञापन जिला निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपा गया. जिसमें आरोप लगाया गया कि हिमंत बिस्वा जब भी जमशेदपुर आते हैं, तो भड़काऊ भाषण देकर जाते हैं. उनके भाषणों का संज्ञान ना तो जिला प्रशासन लेता है और ना ही चुनाव आयोग.