यूजीसी नेट परीक्षा के पेपर लीक(UGC NET Paper leak) मामले पर अभी घमासान मचा हुआ है, इसी बीच पुलिस, सीबीआई और ईओयू सभी जांच में जुटी हुई है. बिहार में पेपर लीक की जांच करने पहुंची सीबीआई टीम पर हमला किया गया है. नवादा के मुरहेना पंचायत के कसियाडीह गांव में सीबीआई और पुलिस टीम पर जांच के दौरान गांववालों ने हमला कर दिया. शनिवार को सीबीआई टीम के साथ गांववालों ने बुरी तरह मारपीट की. सीबीआई के साथ मारपीट की घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया गया है. मारपीट के बाद रजौली थाने में 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
खबरों के मुताबिक शनिवार शाम करीब 4:00 बजे सीबीएसई टीम नवादा जांच के लिए पहुंची थी, जहां गांव के लोगों ने पहले सीबीआई को नकली पुलिस समझ कर घेर लिया. टीम ने अपना पहचान पत्र भी गांव वालों को दिखाया, लेकिन लोग नहीं माने. इस दौरान नगर थाना की महिला कांस्टेबल ने भी लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन गांववालों ने बद्तमीजी की. इसके बाद स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी गई. पुलिस बल के पहुंचने के बाद भी भीड़ शांत नहीं हुई और उसने सीबीआई पर हमला कर दिया.
CBI टीम पर हमला
इस घटना में दूसरा एंगल भी बताया जा रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि गांववालों ने पेपर लीक मामले में फोन जब्त करने के बाद टीम पर हमला कर दिया. दरअसल सीबीआई टीम को जानकारी मिली थी कि गांव के फूलचंद प्रसाद का नंबर यूपी के एक युवक के मोबाइल में मिला है, जिस मामले में टीम नवादा पहुंची.
घटना पर रजौली एसडीपीओ ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को सीबीआई टीम गांव के एक घर में छापेमारी करने पहुंची थी, जहां टीम ने फोन जब्त किया. जब्त फोन का इस्तेमाल यूजीसी नेट पेपर लीक में किया गया था. सीबीआई ने जैसे ही फोन जब्त किया, घरवालों ने टीम पर लाठी-डंडे से हमला शुरू कर दिया. मौके पर गांववाले भी जमा हो गए और टीम पर हमला कर दिया.
पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें फूलचंद प्रसाद की बेटी राधा कुमारी, श्रवण कुमार के बेटे प्रिंस कुमार, चमन प्रसाद का बेटा ललन कुमार और राजेंद्र प्रसाद का बेटा अमरजीत कुमार शामिल है.