लोकसभा चुनाव को लेकर पीएम मोदी लगातार रैलियां कर रहे हैं. तीसरे चरण के मतदान के लिए पीएम शुक्रवार तीन मई को कोलकाता पहुंच रहे हैं. पीएम मोदी आज कृष्णानगर, बोलपुर और बीरभूम में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे. पीएम का कोलकाता दौरा ऐसे समय में होने वाला हैं, जब कोलकाता के राज्यपाल (Bengal Governor) पर कथित तौर पर यौन हिंसा का आरोप लगाया गया है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस (CV Anand Bose) पर राजभवन में ही काम करने वाली महिला कर्मचारी ने हेयर स्ट्रीट थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. वहीं राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इन आरोपों को गलत बताते हुए इसे ‘इंजीनियर्ड नैरेटिव’ बताया है.
राज्यपाल ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि 'ये मुझे बदनाम करने की साजिश है. मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं. सत्य की जीत होगी. मैं बनावटी नरेटिव से डरने वाला नहीं. कोई मुझे बदनाम करके चुनावी फायदा चाहता है, तो भगवान भला करे. मैं भ्रष्टाचार-हिंसा के खिलाफ लड़ाई नहीं रोक सकता.’'
TMC ने PM को घेरा
राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न के आरोप के बीच PM मोदी के राजभवन पहुंचने और मुलाकात करने को लेकर TMC सांसद पीएम मोदी पर हमलावर हो चुकी है. तृणमूल कांग्रेस सांसद (TMC) सागरिका घोष ने महिला के आरोपों को लेकर एक वीडियो बयान जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा “बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ एक गंभीर आरोप लगाया गया है. एक महिला जब राजभवन गई तो राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने उनके साथ छेड़छाड़ की, यौन उत्पीड़न किया और गलत व्यवहार का आरोप लगाया गया है. ये गंभीर आरोप तब लग रहे हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता पहुंच रहे हैं. मोदी जी राजभवन में ही ठहरेंगे. क्या मोदी जी राज्यपाल से सफाई मांगेंगे? क्या मोदी जी पूछेंगे कि राजभवन में इस तरह की घटना कैसे घटी?
वहीं राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने भी पीएम से सवालिया लहजे में पूछा है “ये क्या है? पीएम आज रात आएंगे और राजभवन में रुकेंगे. इस समय राज्यपाल पर एक महिला पर अत्याचार का आरोप लग रहा है...ये शर्म की बात है.”
राजभवन ने इसपर अपनी प्रतिक्रियां देते हुए एक्स पर लिखा “राज्यपाल के ख़िलाफ़ मानहानि और संविधान विरोधी मीडिया बयानों के लिए चंद्रिमा भट्टाचार्य के कोलकाता, दार्जिलिंग और बैरकपुर के राजभवन परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. राज्यपाल ने यह भी निर्देश दिया है कि वो मंत्री की मौजूदगी वाले किसी भी समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे. मंत्री के ख़िलाफ़ आगे के कानूनी कदमों पर सलाह के लिए भारत के अटॉर्नी जनरल से संपर्क किया गया है."
वहीं भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, अगर आरोप सही साबित हुए तो केंद्र द्वारा इसपर कार्रवाई की जाएगी.