बिहार में पुल गिरने का सिलसिला अब भी जारी है. राज्य में पिछले 4 महीने से दर्जनों पुल धराशायी हो चुके हैं. इस कड़ी में एक और पुल का नाम दर्ज हो चुका है. रविवार देर रात समस्तीपुर में गंगा महासेतु पर बन रहा 6 लेन पुल का हिस्सा गिर गया. घटना शाहपुर पटोरी के नंदिनी लगूनिया रेलवे स्टेशन के पास हुई जहां उत्तर बख्तियारपुर और ताजपुर के बीच गंगा महासेतु के दो पिलरों के बीच का स्लैब गिर गया. 50 फीट के स्लैब गिर जाने के बाद रात में घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई.
रात के अंधेरे में ही कंपनी के कर्मचारियों ने जेसीबी की मदद से धराशायी हुए भारी भरकम स्लैब के मलबे को मिट्टी के अंदर दबाने की कोशिश की. मामले को किसी तरह बाहर आने से रोकने की कोशिश की जा रही थी, मगर वहां मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बना लिया और यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. वीडियो बाहर आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. इसके बाद निर्माण कंपनी नवयुग इंजीनियर कंपनी लिमिटेड के मैनेजर ने इस पर सफाई दी. उन्होंने कहा है कि इस स्लैब में गड़बड़ी आ गई थी जिस कारण उसे गिराया गया है. वह खुद नहीं गिरा.
हालांकि लोगों ने इसे झूठलाते हुए कहा कि पुल निर्माण में गुणवत्ता की कमी का आरोप लगाया है.
2011 में सीएम नीतीश कुमार ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बख्तियारपुर- ताजपुर गंगा महासेतु की आधारशिला रखी थी. 45 किलोमीटर लंबे संपर्क पथ और 5.57 किलोमीटर लंबी नदी पुल के निर्माण के लिए 1603 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं. अब तक के काम में लगभग 60 फ़ीसदी निर्माण पूरा हो चुका है, जिस पर 1000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च आया है. इस पुल का निर्माण साल 2016 में ही हो जाना था, मगर 13 साल बाद भी इसका काम पूरा नहीं हुआ है. फिलहाल पुल निर्माण करने का लक्ष्य साल 2026 रखा गया है.