मंगलवार को बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास वित्त विभाग का जिम्मा है, उन्होंने ही इस साल का बजट पेश किया है. सम्राट चौधरी ने पहली बार बजट पेश किया है.
सोमवार को विधानसभा में एनडीए की सरकार ने विश्वास मत हासिल किया था. विश्वास मत में सत्ता पक्ष को 129 वोट मिले थे, जबकि विपक्ष को एक वोट भी नहीं मिला था. वोटिंग के समय विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया था. वहीं बिहार विधानसभा के स्पीकर के इस्तीफ़े के बाद नंदकिशोर यादव ने विधानसभा के स्पीकर के लिए पर्चा भरा है.
शिक्षा का बजट 52639.03 करोड़
मंगलवार को भाजपा के नंदकिशोर यादव के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी के अलावा एनडीए के नेता-मंत्री मौजूद रहे. नामांकन दाखिल करने के बाद स्पीकर की प्रक्रिया 15 फरवरी को पूरी होगी.
विधानसभा के दूसरे दिन दोपहर 2:00 बजे सीएम और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने सदन में 2024-25 का बजट पेश किया. वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने 2024-25 के लिए 2 लाख 78 हजार करोड़ रुपए का बजट पेश किया है. इस बजट में रोजगार और शिक्षा पर ज्यादा फोकस किया गया है. बजट में शिक्षा पर 52639.03 करोड़, पुलिस सुरक्षा पर 16323.83 करोड़, सड़क पर 15235.1 करोड़, स्वास्थ्य पर 14932 करोड़, ग्रामीण विकास पर 14296.71 करोड़, ऊर्जा पर 11422.68 करोड़, एससी-एसटी अल्पसंख्यक एवं समाज कल्याण पर 12377.26 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
बिहार में चौथा कृषि रोड मैप लागू
वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में गरीबी दर 8 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. 2 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकले हैं. इसी के साथ बिहार में चौथा कृषि रोड मैप लागू किया गया है, आरक्षण की सीमा को भी बढ़ाया गया है. 94 लाख गरीब परिवार जो आर्थिक रूप से कमजोर है उन्हें रोजगार देने की कोशिश जारी है. पर्यटन में भी निवेश कर सब्सिडी देने का फैसला लिया जा रहा है.
बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने काफी हंगामा किया. हंगामा करते हुए विपक्ष के सभी विधायकों ने नारेबाजी शुरू की और विधायक वेल में आ गए. इसके बाद विपक्ष के सभी विधायकों ने एक साथ मिलकर सदन से वर्कआउट कर दिया.