बिहार विधानसभा की कार्रवाई पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. 12 फरवरी की सुबह से ही राजनीतिक गलियारा विधायकों से सज गया है. विधानसभा में थोड़ी देर में ही फ्लोर टेस्ट शुरू होगा, इसके पहले ही राजद को बड़ा झटका लगा है.
विधानसभा की कार्रवाही में स्पीकर अवध बिहारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया है. वोटिंग में पक्ष की ओर से 125 और विपक्ष की ओर से 112 वोट पड़े, जिसके अनुसार स्पीकर को अपने पद से हाथ धोना पड़ा है. वोटिंग के बाद सीएम नीतीश कुमार ने सदन में विश्वास मत पेश किया है जिसपर अभी चर्चा चल रही है. सदन में दोनों ओर से तीखी बहस चल रही है.
तेजस्वी यादव ने कहा- मोदी जे की गारंटी मजबूत वाली है. क्या मोदी जी गारंटी लेंगे कि नीतीश जी पलटेंगे नहीं. खैर हमको चिंता नहीं है. आपलोगों की खूब जोड़ी है, लगे रहिए. नीतीश जी एक बार बता तो देते कि नहीं रहने चाहते हैं, कम से कम बुला कर एक बार बोल देते. हम आपको कुछ कहे हैं. अच्छे पल को जीवन भर संजो कर रखे हैं. हम आपको परिवार मानते हैं.
पूर्व डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि लालू जी का बेटा हूं डरूंगा नहीं. 17 महीने में रिकॉर्ड नौकरी दी है, सुस्त मुख्यमंत्री को दौड़ना सिखाया है हमारी सरकार ने 17 महीने में राज्य में काम करके दिखाया है.
सदन की शुरुआत राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के अभिभाषण से हुई. यह अभिभाषण सदन के सेंट्रल हॉल में हुआ जिस दौरान राज्यपाल ने 45 मिनट तक सरकार की उपलब्धियों को गिनाया. भीतर सदन की कार्रवाही चल रही है तो इसी दौरान बाहर राजद के सैकड़ों कार्यकर्त्ता तेजस्वी यादव के समर्थन में नारे लगा रहे हैं. कार्यकर्ताओं की भीड़ पर पुलिस की लाठियां भी चली हैं. सदन के अन्दर अभी खेला चल ही रहा है, राजद के तीन विधायकों ने अपना पाला बदल लिया है. राजद के चेतन आनदं, प्रह्लाद यादव और नीलम देवी सत्ता पक्ष में बैठे है. इधर जदयू के भी 2 विधायक विधानसभा से गायब हैं. जदयू की बीमा भारती और दिलीप राय विधानसभा ही नहीं पहुंचे. भाजपा के भी तीन विधायकों ने दगा दिया है. लाल यादव, रश्मि वर्मा और भागीरथी देवी सोमवार को फ्लोर टेस्ट से गायब हैं.