बिहार में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने एक बड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी पर अपनी जांच की गाज गिराई है. बिहार शिक्षा विभाग की पूर्व उच्च शिक्षा की उपनिदेशक विभा कुमारी के पटना आवास पर ढाई करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति को अस्थाई तौर पर ईडी ने जब्त किया है. विभा कुमारी पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में पीएमएलए 2022 के तहत केस दर्ज किया गया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की है.
इसके पहले भी 2022 में आय से अधिक संपत्ति मामले में विभा कुमारी के पटना, दानापुर और वैशाली स्थित ठिकानों पर ईओयू ने छापेमारी की थी. जिसमें उनके पति के नाम पर बड़ी राशि के शेयर, म्युचुअल फंड, बैंक खाता, बीमा कंपनियों में लगाई गई राशि इत्यादि मिले थे. उक्त छापेमारी में ईओयू को 40 से अधिक खातों का पता लगा था. इसके अलावा ट्रैवल एजेंसी और लग्जरी गाड़ियों को कैब की तरह इस्तेमाल करने की भी बात के सामने आई थी.
जांच में पता लगा था कि विभा कुमारी ने अपनी आय से 52% तक अधिक संपत्ति अर्जित की है. ईओयू की कार्रवाई के आधार पर ही ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें विभा कुमारी के साथ कुछ अन्य लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
ईडी ने बताया था कि विभा कुमारी ने अपनी सेवा के दौरान भ्रष्ट और अवैध तरीके से आय से अधिक संपत्ति अर्जित की थी. उनके पास 1.88 करोड़ रुपए की संपत्ति आंकी गई है, जिसे पूर्व अधिकारी ने अपने पति, बेटे और एक दूर के रिश्तेदार के नाम पर लिया है. इनमें छह अचल संपत्तियां, सात वाहन शामिल है. इसके अलावा अपने पति के पैतृक गांव में विभा कुमारी में एक महलनुमा घर भी बनवाया है.