बोधगया में शनिवार से 18वां इंटरनेशनल त्रिपिटक सुत्त पाठ शुरू होने जा रहा है. गया के महाबोधि मंदिर में 10 दिनों तक यह कार्यक्रम चलने वाला है. कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शिरकत करेंगे. शनिवार को राज्यपाल इस कार्यक्रम में पहुंचेंगे.
त्रिपिटक सुत्त पाठ में कंबोडिया के राजदूत भी हिस्सा लेने वाले हैं. बोधगया में कार्यक्रम के पहले भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी. यह यात्रा 80 फीट बुद्ध की विशाल प्रतिमा से शुरू की जाएगी जो महाबोधि मंदिर तक जाएगी.
कंबोडिया सरकार द्वारा बोधगया में अंतर्राष्ट्रीय त्रिपिटक सुत्त पाठ का आयोजन
शनिवार को त्रिपिटक सुत्त पाठ का कार्यक्रम का उद्घाटन हो जाएगा, रविवार से पाठ की शुरुआत होगी. कंबोडिया सरकार की तरफ से बोधगया में इस पाठ का आयोजन किया जा रहा है. बीते कुछ सालों से द लाइट ऑफ़ बुद्धा धाम फाउंडेशन इंटरनेशनल की तरफ से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. बड़ी संख्या में यहां कंबोडिया के लोग शामिल होने के लिए आते हैं. कंबोडिया के अलावा कई देशों के बौद्ध भिक्षु इस पाठ में हिस्सा लेने के लिए गया पहुंचेंगे. 10 दिनों तक बोधगया में बौध भिक्षुओं का जमावड़ा लगने वाला है. पाठ को लेकर महाबोधि मंदिर परिसर को रंगीन फूलों से सजाया गया है.
इसके साथ ही बौद्ध भिक्षुओं के लिए खाने की व्यवस्था भी मंदिर में की गई है. कालचक्र मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच भी तैयार किया गया है. कंबोडिया के कलाकार पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रम मंच पर प्रस्तुत करेंगे.
त्रिपिटक के सुत्त पाठ में कई देशों के उपासक और उपासिकाओं का पहुंचना गया में शुरू हो गया है. ठहरने के लिए महाबोधि मंदिर परिसर बोधि वृक्ष के पास कई तंबू बनाए गए हैं जिसमें उपासक और उपसिकाएं सुत्त पाठ कर सकेंगे.