झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने सियासी दंगल में अपना कदम रखा था. करीब 3 महीने बाद उनके चुनावी करियर की परीक्षा सोमवार को होने वाली है. 20 मई को झारखंड के गांडेय विधानसभा सीट में उप-चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए कल्पना सोरेन उम्मीदवार बनाई गई है. कल्पना सोरेन ने अपनी उम्मीदवारी पर कहा था कि संगठन की ओर से उन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे वह संभालने के लिए तैयार है.
जनवरी में झामुमो के गांडेय विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद यहां से कल्पना सोरेन को चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है.
अपने पति की गैर मौजूदगी में पहली बार कल्पना सोरेन झामुमो और इंडिया एलायंस के लिए चुनाव लड़ रही है. कुछ ही महीनों में वह झारखंड में एक बड़ा चेहरा बन गई है. राजनीति में कदम रखने के बाद लगातार जनसभाओं और रैलियां को संबोधित कर कल्पना ने झारखंड की जनता के बीच हर चुनावी दाव-पेंच को खेला है. भविष्य की जिम्मेदारियां के लिए पहला मुकाबला करने के लिए वह पूरी तैयारी में है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में कल्पना सोरेन ने बताया था कि 31 जनवरी(जिस दिन हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया था) के बाद उनके जीवन में कई बदलाव आए है. उन्होंने अपने परिवार, पार्टी, राज्य के आदिवासियों, दलितों की उम्मीद पर खरा उतरने का फैसला किया. कल्पना सोरेन ने कहा कि देश के गरीब समुदाय जो संविधान और कानून में विश्वास रखते है, उनके हितों की रक्षा के लिए अब वह लड़ाई लड़ने को तैयार है.
कल्पना सोरेन ने कहा कि उनके पति हेमंत सोरेन जिस मामले में सजा काट रहे हैं वह पूरी तरह से निराधार है. वह अपने पति को राजनैतिक जाल से बाहर निकाल कर न्याय दिलवाना चाहती है. मीडिया से कई बार कल्पना ने कहा है कि वह कभी राजनीति में नहीं आना चाहती थी, लेकिन उन्हें आना पड़ा. हालांकि इस दौरान उन्होंने काफी कुछ सीखा भी है.
कल्पना सोरेन के पिता सेना में है, इंजीनियरिंग और प्रबंधन की डिग्री कल्पना सोरेन ने हासिल की है. मुलतौर से हेमंत सोरेन की पत्नी उड़ीसा के मयूरभंज की रहने वाली है.