सोमवार को बिहार लोक सेवा आयोग के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से बीपीएससी अभ्यर्थियों का एक डेलिगेशन मुलाकात करने पहुंचा. मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद अभ्यर्थियों ने बताया कि आखिर बातचीत में फैसला क्या हुआ है.
मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद अभ्यर्थियों ने कहा कि करीब 10 अभ्यर्थियों ने मुख्य सचिव से मुलाकात की है. उनसे काफी सकारात्मक बातचीत हुई है. उन्होंने हमारी बातों को बेहद गंभीरता पूर्वक लिया है और हमें आश्वासन दिया है कि सरकार मांगों पर विचार करके जल्द ही फैसला सुनाएगी. अभ्यर्थियों ने आगे कहा कि सरकार अब जो भी पैसा लेती है, उसके बाद हम तय करेंगे कि आगे हमें क्या करना है. हालांकि जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मान लेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी पटना से बाहर है, ऐसे में उनके आने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
बता दें कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन के समर्थन में आज बिहार में कई जगहों पर चक्का जाम देखने मिला. छात्र संगठन आईशा के साथ वामदल ने भी इसका का समर्थन किया. दरभंगा अरवल और आरा जिले में छात्र संगठन और लेफ्ट का प्रदर्शन जारी है. इस बीच राज्यपाल ने बीपीएससी के अध्यक्ष रवि मनुभाई परमार को तलब किया है.
एक ओर जहां अभ्यर्थियों का प्रदर्शन चल रहा है, तो वहीं दूसरी ओर इस पर खूब सियासी बयानबाजी भी हो रही है. वही प्रशांत किशोर पर राजनीतिक रोटी सेंकने का आरोप लग रहा है. पूर्णिया सांसद पप्पू यादव भी राज्यपाल से मुलाकात के बाद पीके के खिलाफ जमकर बरसते हुए नजर आए. उन्होंने पीके को फ्रॉड किशोर कह दिया है.