बिहार के अररिया जिले से ले जाए जा रहे 95 बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी(सीडब्ल्यूसी) ने रेस्क्यू किया है. रेस्क्यू किए गए सभी बच्चों की उम्र 5 से 9 साल के बीच में बताई जा रही है. इन बच्चों को यूपी ने अयोध्या के देवकली चौराहे के पास एक बस से रेस्क्यू किया गया है.
उत्तर प्रदेश के सीडब्ल्यूसी ने अवैध रूप से बिहार से यूपी ले जाए जा रहे बच्चों को बचाया. सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी ने बताया कि शुक्रवार की सुबह यूपी बाल आयोग के सदस्य को सूचना मिली थी कि बड़ी मात्रा में बच्चों की तस्करी की जा रही है. इसके बाद करीब सुबह 9:00 बजे यूपी सीडब्ल्यूसी ने इसके लिए कार्यवाही की. सीडब्ल्यूसी के सदस्य को फोन पर इसकी जानकारी मिली थी कि बिहार से नाबालिग बच्चों को अवैध रूप से सहारनपुर ले जाया जा रहा है, फिलहाल वह गोरखपुर में है और अयोध्या होते हुए बच्चों को ले जाया जाएगा.
सहमति पत्र नहीं था
सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष ने बताया कि जिन लोगों ने बच्चों को अपने कब्जे में कर रखा था, उनके पास माता-पिता का कोई सहमति पत्र नहीं था. अधिकांश बच्चों को यह पता नहीं था कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है. अध्यक्ष ने आगे बताया कि बच्चों को बस में जानवरों की तरह रखा गया था. सभी बच्चे गरीब परिवार के लग रहे थे. कुछ ऐसे भी थे जिनके माता-पिता नहीं है. वही कुछ बच्चों के पास आधार कार्ड भी मिले हैं, जो फर्जी हो सकते हैं. यह बाल तस्करी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकती है.
माता-पिता को किया जाएगा सुपुर्द
सीडब्ल्यूसी की सदस्य सुनीता यादव ने बताया है कि जो बच्चे मिले है उनकी काउंसलिंग हो रही है. बच्चों को यह पता नहीं है कि वापस में भाई हैं या एक ही मोहल्ले के हैं. बच्चों ने बताया कि हाफिज जी ने बोला था तो मम्मी ने हमें उनके साथ भेज दिया. काउंसलिंग के बाद सभी बच्चों को मेडिकल के लिए भेजा जाएगा और उसके बाद शेल्टर होम में रखा जाएगा. बच्चों के माता-पिता के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है. माता-पिता की जानकारी मिलने के बाद बच्चों को सुपुर्द कर दिया जाएगा.