लोकसभा चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप और रूठने-मनाने का सिलसिला जारी है. ताजा मामला महाराष्ट्र (Maharashtra) से सामने आया है. जहां कांग्रेस की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है.महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मोहम्मद आरिफ नसीम खान (Naseem Khan) ने कैंपेन कमिटी से इस्तीफा दे दिया है. नसीम खान ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
नसीम खान ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस केवल मुसलमानों का वोट चाहती है लेकिन उन्हें सत्ता देना नहीं चाहती है. नसीम खान ने कहा "I.N.D.I.A. अलायंस और MVA ने मुसलमानों को नाउम्मीद किया है. अब तक मुसलमान कांग्रेस को वोट करने को तैयार थे, लेकिन जब वह मुसलमानों को नुमाइंदगी ही देने को तैयार नहीं है, तो हम कांग्रेस को वोट क्यों दें. हम बीजेपी को वोट नहीं देंगे, लेकिन हमारे पास वीबीए और एमआईएम जैसे विकल्प हैं."
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर महा विकास अघाड़ी (MVA) ने एक भी मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया है. पुरे महाराष्ट्र के कई मुस्लिम संगठन, नेता और पार्टी कार्यकर्ता उम्मीद कर रहे थे कि कांग्रेस अल्पसंख्यक समुदाय से कम-से-कम एक उम्मीदवार को टिकट देगी, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ.
नसीम ने कहा- सभी पार्टी नेता और कार्यकर्ता पूछ रहे हैं- कांग्रेस को मुस्लिम वोट चाहिए, उम्मीदवार क्यों नहीं?” नसीम खान ने लोकसभा चुनाव के बाकी बची सीटों पर पार्टी के लिए लिए प्रचार करने से मना करते हुए कैंपेन कमेटी से इस्तीफा दे दिया.
टिकट कटने से हैं नाराज
नसीम खान मुंबई में कांग्रेस (Congress) के बड़े नेता है. नसीम खान ने पांच बार विधानसभा का चुनाव लड़ा है जिसमें उन्हें चार बार जीत हासिल हुई है. 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें 409 वोटों से हार मिली थी. इस बार नसीम खान को मुंबई के उत्तर मध्य से टिकट मिलने की उम्मीद थी. लेकिन पार्टी ने उनका टिकट काटकर वर्षा गायकवाड़ को टिकट दे दिया. तभी से नसीम खान नाराज चल रहे थे.
महाराष्ट्र में 48 सीटों पर गठबंधन में लड़ रही कांग्रेस
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस गठबंधन के तहत 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (UBT) 21 और शरद पवार की (NCP) 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. महाराष्ट्र के 48 सीटों के लिए पांच चरण में चुनाव होने हैं.