पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी आज नीति आयोग की बैठक में शामिल होने पहुंची थी. बैठक के दौरान ममता बनर्जी के साथ कुछ ऐसा हो गया कि वह खफा होकर आधे बैठक छोड़कर वहां से निकल गई. इंडिया ब्लॉक ने जहां नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने का ठाना था, उससे अलग चलकर ममता बनर्जी दिल्ली बैठक में शामिल होने पहुंची. यहां उन्होंने केंद्रीय बजट में भेदभाव की बात रखने की ठानी थी. लेकिन अब वह इतनी नाराज हो गई है कि उन्होंने इस बैठक में कभी शामिल न होने की कसम खा ली है.
दरअसल नीति आयोग की बैठक को बीच में छोड़कर ममता बनर्जी बाहर आ गई और कहा कि बैठक में उनका इंसल्ट हुआ है. सीएम ने कहा कि मुझे सिर्फ 5 मिनट बोलने दिया है, बाकी सीएम 20 मिनट बोले जा रहे थे. इसलिए मैं मीटिंग छोड़कर बाहर आ गई.
ममता बनर्जी ने गुस्से में आगे कहा कि चंद्रबाबू नायडू को 20 मिनट बोलने दिया. अपने देश और राज्य का लिहाज रखते हुए मैंने बैठक में शामिल होने का फैसला लिया था. पश्चिम बंगाल को बजट में कुछ नहीं मिला है, जैसे ही मैं बैठक में पश्चिम बंगाल के साथ भेदभाव के बारे में बोलना शुरू किया उन्होंने मेरा माइक बंद कर दिया. यह सभी क्षेत्रीय पार्टियों का अपमान है.
नीति आयोग की नौवीं बैठक "विकसित भारत 2047" को लेकर आयोजित की गई थी. जिसमें कई राज्यों के सीएम भाग लेने नहीं पहुंचे थे. जिसमें झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी शामिल है. इनके अलावा कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली सरकार भी शामिल है.