शनिवार को I.N.D.I.A गठबंधन की वर्चुअल बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में I.N.D.I.A गठबंधन के दलों में शामिल पार्टियों को बुलाया गया था, जिसमें सीएम नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने का प्रस्ताव लाया गया था. इस प्रस्ताव को बिहार सीएम ने ठुकरा दिया है.
दो घंटे की इस बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर, गठबंधन का संयोजक बनने से लेकर कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई थी. बताया जा रहा है कि इस बैठक में भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी चर्चा हुई.
भाजपा के साथ मुकाबले के लिए 28 दलों की इस वर्चुअल बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, एनसीपी के शरद पवार, बिहार सीएम नीतीश कुमार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता सीताराम येचुरी, तमिलनाडु के सीएम और डीएमके चीफ स्टालिन समेत 14 दलों के नेता शामिल हुए थे. बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सपा नेता अखिलेश यादव और शिवसेना उद्धव ठाकरे शामिल नहीं हुए थे.
सीएम ममता बनर्जी ने बनाया मीटिंग का बहाना
पश्चिम बंगाल की सीएम की ओर से कहा गया कि उन्हें बैठक की जानकारी देर से मिली थी. इसलिए वह पहले से तय कार्यक्रम को मना नहीं कर पाई. हालांकि भले ही सीएम ममता बनर्जी की ओर से मीटिंग का बहाना दिया गया हो लेकिन बिना आग के तो कहीं धुआं नहीं उठता है. राजनीतिक गलियों में यह खबरें फैली हुई है कि बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच में सीट शेयरिंग को लेकर टकराव हो गया है. कांग्रेस और टीएमसी के नेताओं के बीच में लगातार निशानेबाजी और बयानबाजी चल रही है.
सीएम ममता बनर्जी का कांग्रेस से इस तरह दूरी बनाना कई अफवाहों को हवा दे रहा है, जिनमें से एक खबर यह है कि सीएम ममता बनर्जी कांग्रेस पार्टी को बंगाल में दो सीट देने पर अड़ी हुई है.
नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने की खबर मंत्री संजय झा ने दी उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को संयोजक बनने का प्रस्ताव महागठबंधन की तरफ से आया है. जिस पर सीएम ने सहमति नहीं दी है और उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को ही चेयरपर्सन बनना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें किसी पद में कोई दिलचस्पी नहीं है, इसलिए कांग्रेस से ही किसी को संयोजक बनना चाहिए. अब नीतीश कुमार के संयोजक पद से इनकार के बाद मल्लिकार्जुन खडगे के नाम पर चर्चा उठ रही है.