देश में विधानसभा चुनाव की गर्मी बढ़ गई है. बिहार-झारखंड में भी आने वाले समय में चुनाव होंगे, जिसमें झारखंड के चुनाव का आयोजन पहले होगा. वहीं बिहार के चुनाव अगले साल 2025 में आयोजित होंगे. मगर इन दोनों राज्यों में चुनावी माहौल चरम पर है. राज्य में चुनावी यात्राओं का सिलसिला जोर पकड़ रहा है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव मंगलवार से कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर निकल चुके हैं. झारखंड में भी भाजपा परिवर्तन संकल्प यात्रा इसी महीने शुरू करेगी. इन सब के बीच जदयू के मुखिया ने भी यात्रा की ठानी है. विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मुखिया सीएम नीतीश कुमार यात्रा पर निकलेंगे. सीएम की इस यात्रा से पहले कई विभागों को तैयारी के लिए निर्देश दिया गया है.
सीएम कुमार की यात्रा को लेकर खाद्य आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि सीएम हमेशा यात्रा पर जाते हैं, लोगों से मुलाकात करते हैं और महिलाओं से भी विशेष संवाद करते हैं. आधि जनता की सुधि लेने वाले बिहार में एकमात्र नेता हमारे सीएम नीतीश कुमार है, जिन्होंने अनेकों अनेक योजना बनाकर महिलाओं को आगे बढ़ाया है. मंत्री सिंह ने आगे कहा कि चाहे पंचायत नगर निकाय चुनाव में 50% आरक्षण देकर महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ाने की बात हो या फिर सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण देने की, जीविका दीदीयों के माध्यम से भी सीएम ने महिलाओं को आगे बढ़ने का काम किया है. साथ ही लड़कियों के लिए भी कई योजनाएं चलाई है.
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री यात्रा पर जा रहे हैं. इस दौरान वह महिलाओं से संवाद करेंगे जो की अच्छी बात है. सीएम उनसे फीडबैक लेकर उनके लिए और क्या किया जाना चाहिए इसपर विचार करेंगे. हालांकि उन्होंने इसे चुनावी यात्रा कहने से मना कर दिया. लेसी सिंह ने कहा कि हमारी तैयारी पांचों साल चलती है. जब सीएम सरकार बनाते हैं, उसके बाद से ही लोगों के बीच संवाद शुरू हो जाता है. यह सब विपक्ष के नेताओं के लिए नया होगा.
बता दें कि बिहार सीएम राज्य में कई बार यात्रा निकल चुके हैं. साल 2005 से 2023 तक उन्होंने एक दर्जन से ज्यादा यात्राओं में हिस्सा लिया है. आखिरी बार सीएम समाधान यात्रा(28 जनवरी 2023) में शामिल हुए थे.