बिहार के बांका में स्कूल का विषाक्त भोजन खाने से दो दर्जन से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए हैं. बांका के बौसी थाना क्षेत्र के पीलुवा गांव में सुदामा विद्या निकेतन के 24 से ज्यादा बच्चे बीमार पड़ गए. इन बच्चों ने शाम को स्कूल की ओर से दिया गया नाश्ता किया था. इसके बाद एक-एक करके लगातार कई बच्चे बीमार पड़ने लगे. इनमें से कुछ बच्चों ने सांस लेने में तकलीफ होने और गले में दर्द की भी शिकायत की. आनन-फानन में स्कूल ने बच्चों को बौसी रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज कर कई बच्चों को छुट्टी दी गई.
कई बच्चों की हालत खराब देखकर उन्हें ऑक्सीजन लगाया गया है. वहीं अस्पताल में नाजुक हालात वाले बच्चों को मायागंज और बांका सदर अस्पताल रेफर किया है. बताया जा रहा है कि 14 बच्चों की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी थी. इनमें 8 साल का छात्र सोहन, कुमार बंटी कुमार, अनुष्का रानी, दिलखुश कुमार सहित कई बच्चे शामिल है.
बौसी अस्पताल के डॉक्टर आरके सिंह ने प्रथम दृष्टयता फूड प्वाइजनिंग का मामला बताया है. साथ ही बताया कि अधिकतर बच्चों का इलाज कर दिया गया है और वह खतरे से बाहर है. रेफरल अस्पताल के डॉक्टर उत्तम कुमार ने बताया कि बच्चों में सांस लेने की तकलीफ, गले में दर्द, शरीर में ऐंठन, छाती में दर्द इत्यादि शिकायत बताई है. कुछ बच्चों को भागलपुर इलाज के लिए रेफर किया गया है.
बता दें कि सुदामा विद्या निकेतन में करीब 200 बच्चे आवासीय रह कर पढ़ाई करते हैं, जिन्हें शाम में नाश्ता चूड़ा-मूढ़ी-सब्जी दिया गया था. दोपहर में बच्चों ने चावल-दाल-सब्जी खाई थी. हालांकि दोपहर के खाने तक सभी बच्चे ठीक थे. मगर शाम में नाश्ते के बाद बच्चों की हालत बिगड़ने लगी. घटना की सूचना के बाद देर रात तक बच्चों के परिजन अस्पताल में जुटते रहे.
पूरी घटना पर स्थानीय पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर बच्चों के तबीयत की जानकारी ली है. बांका डीएम अंशुल कुमार ने सभी बीमार बच्चों को बेहतर चिकित्सा देने का निर्देश दिया है.