बिहार में कांग्रेस के साथ नीतीश कुमार की सरकार काम करने वाली है. भाजपा के खिलाफ कांग्रेस और जदयू एक साथ मिलकर चुनाव में टक्कर देने के लिए खड़े हैं. तेलंगाना में चुनाव के नतीजे जारी होने के बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री बनने की रेस में रेवंत रेड्डी है. सीएम पद के उम्मीदवार की आज बिहार को लेकर जुबान फिसल गई है.
केसीआर का डीएनए बिहार का है वह कुर्मी जाति से
कांग्रेस के नेता रेवंत रेड्डी ने बिहार के लोगों का अपमान करते हुए एक टिप्पणी कर दी है. रेवंत रेड्डी ने बुधवार को बिहार के डीएनए को खराब बताया है. उन्होंने अपनी बातों में कुर्मी जाति के ऊपर भी टिप्पणी की है. रेड्डी पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ बोल रहे थे, इसी में उन्होंने कहा कि मेरा डीएनए तेलंगाना का है, जबकि केसीआर का डीएनए बिहार का है वह कुर्मी जाति से आते हैं. उन्होंने कहा कि केसीआर पलायन करके आंध्र प्रदेश के विजयनगर आए और यहां निजाम के साथ काम करना शुरू किया. रेवंत रेड्डी ने अपनी पीढ़ियों को तेलंगाना का ही बताया है.
बिहारी होना अपमान की बात
उनकी इस टिप्पणी से बिहार के भाजपा पार्टी ने अपमानजनक बताया है. भाजपा ने अब कांग्रेस और नीतीश कुमार को इस बात पर घेरना शुरू कर दिया है. भाजपा के नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री चेहरा रेवंत रेड्डी कहते हैं कि तेलंगाना का डीएनए बिहार कुर्मी डीएनए से बेहतर है. क्या नीतीश कुमार तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमो लालू यादव भी उनसे सहमत है? अगर नहीं तो वह कांग्रेस के साथ अपना गठबंधन कब तोड़ेंगे?
भाजपा के बिहार अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी रेवंत रेड्डी के बयानों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है- रेवंत रेड्डी द्वारा बिहार के डीएनए को लेकर दिया गया बयान अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण और बिहारी अस्मिता के विरुद्ध है। क्या कांग्रेस के नजर में बिहारी होना अपमान की बात है? बिहारियों को गाली देना कांग्रेस की पुरानी प्रवृत्ति रही है। बिहारी अपने कामों से जाना जाता है और इस राष्ट्र के निर्माण में बिहारियों का अहम योगदान रहा है।