कोरोना वायरस की विदाई के बाद से लोग बेफिक्र होकर जी रहे थे. बीच में एक बार नए वेरिएंट ने दस्तक दी थी, लेकिन उसका कुछ खास असर बिहार में नहीं हुआ था. मास्क और सैनिटाइजर जैसे सुरक्षात्मक चीजों से लोग कोसो दूर गए थे, लेकिन दो दिनों के अंदर बिहार में कोरोना के दर्जन भर से ज्यादा केस मिले हैं. कोरोना ने बिहार में 4 साल के बच्चे की जान ले ली है और 22 लोगों को पॉजिटिव किया है.
राजधानी पटना के पश्चिमी छोर पालीगंज से पूर्वी छोर दनियावां फतुहा तक कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं. रोहतास जिले में कोरोना से बीमार 4 साल के बच्चे की मौत भी हो गई है.
पालीगंज में पांच, दनियावां में तीन, दुल्हन बाजार में दो, पटना शहर में दो, अठमलगोला में दो, सबलपुर में एक, दौलतपुर में एक और पटना के ग्रामीण इलाके में कोरोना पॉजिटिव लोग मिले है. यह सभी केस 2 दिन के अंदर मिले हैं. बुधवार को कोरोना जांच के लिए 13 लोगों का सैंपल लिया गया था और मंगलवार को नौ लोगों का सैंपल लिया गया था.
एक बार में इतने केस मिलने के बाद पटना सिविल सर्जन डॉक्टर श्रवण कुमार ने सभी 22 लोगों के संपर्क में आए लोगों का सैंपल लेने का आदेश दिया है. सिविल सर्जन ने कहा कि जितने भी लोग पॉजिटिव पाए गए हैं उनकी रिपोर्ट एम्स से आई है. राजधानी में हर दिन 1000 लोगों का कोविड टेस्ट हो रहा है. दो दिनों से इस टेस्ट में तेजी लाई गई है. लोगों से मास्क पहनने और भीड़ में जाने से बचने की सलाह दी जा रही है.