बिहार में देश का पहला अनोखा डाटा लैब शुरू हो गया है. गया के बिपार्ड में देश के पहले अत्याधुनिक जेन नेक्स्ट लैब की शुरुआत नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने की. इस लैब की खासियत है कि यहां देशभर के अधिकारी आकर अपनी समस्याओं से संबंधित प्रशिक्षण ले सकेंगे. दरअसल लैब में प्रशासनिक सुधारों और नई तकनीक की दिशा तय करने के लिए महत्वपूर्ण चीजें जोड़ी गई है. कोई भी अधिकारी यहां आकर समझ सकता है कि उसके सामने जो समस्या आई है, उसका समाधान कैसे करना है.
बिहार देश में पहला ऐसा राज्य है जहां इस तरह के लैब की शुरुआत हुई है. आने वाले समय में इस लैब को प्रशासनिक सुधारों और डिजिटल नवाचारों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र माना जा रहा है. यहां प्रशासनिक अधिकारियों को अत्याधुनिक डाटा के साथ एआई आधारित उपकरणों से सुसज्जित माहौल मिलेगा. लैब के अंदर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि समेत कई जानकारियों को डाटा के रूप में रखा जाएगा. जिससे एक ही जगह पर सभी तरह की अलग-अलग जानकारियों को अधिकारी देख सकेंगे और उसके बारे में जान सकेंगे. लैब में ब्लॉक स्तर तक की जानकारी को इकट्ठा कर रखा गया है.
राज्य के अधिकारियों को लैब में मौजूद आंकड़े और उसके आधार पर किए गए विश्लेषण से सटीक और प्रभावी निर्णय लेने में मदद मिलेगी. यहां से अधिकारियों को समकालीन डाटा और पूर्वानुमान प्रणाली से जोड़ने की भी व्यवस्था की गई है. लैब के अंदर एक चिंतन कक्ष बनाया गया है, जहां उच्च स्तरीय नीति निर्माण और रणनीतिक विचार विमर्श किए जाएंगे.
बता दें कि लैब में प्रशासनिक प्रशिक्षण को मजबूत करने के लिए त्रिपुरा प्रशासनिक प्रशिक्षण अकादमी के साथ बिहार सरकार का एमओयू साइन हुआ है.