कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया(मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का आज निधन हो गया. 72 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली. 19 अगस्त से ही वह दिल्ली एम्स में भर्ती थे. 25 दिनों से उनका इलाज चल रहा था. सीताराम येचुरी के निधन के बाद CPI(M) की ओर से बयान जारी करते हुए बताया गया कि कॉमरेड सीताराम येचुरी को सांस की नली में गंभीर संक्रमण हुआ था. डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी.
बता दें कि अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान भी सीताराम येचुरी एक्टिव थे. बीते 22 अगस्त को उन्होंने पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन पर श्रद्धांजलि दी थी. अस्पताल से ही 6 मिनट का वीडियो संदेश जारी कर उन्होंने बुद्धदेव के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की थी. इसके अलावा सोशल मीडिया एक्स पर वह जम्मू कश्मीर चुनाव को लेकर भी एक्टिव नजर आ रहे थे.
तमिलनाडु के चेन्नई में 12 अगस्त 1952 को जन्में सीताराम येचुरी सर्वश्रेष्ठ सांसद पुरस्कार(राज्यसभा) से सम्मानित हुए हैं. उन्हें 2017 में यह सम्मान मिला. सीताराम येचुरी ने 1974 में स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. 1975 में वह CPI(M) में शामिल हुए. 1977-78 के बीच में वह लगातार तीन बार JNU में छात्रसंघ के अध्यक्ष बने थे. 1984 में यह येचुरी CPI(M) केंद्रीय समिति का हिस्सा बने और 2 साल बाद स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया को छोड़ दिया. 2005 में वह बंगाल से राज्यसभा के लिए चुने गए और पहली बार 2015 में CPI(M) के महासचिव बने. दूसरी बार 2018 और तीसरी बार 2022 में येचुरी CPI(M) के महासचिव का पद संभाला.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सीताराम येचुरी के निधन पर शोक जाते राहुल गांधी ने अपने एक्स पर पोस्ट किया. राहुल गांधी ने लिखा येचुरी को अपना दोस्त बताया .
Sitaram Yechury ji was a friend.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 12, 2024
A protector of the Idea of India with a deep understanding of our country.
I will miss the long discussions we used to have. My sincere condolences to his family, friends, and followers in this hour of grief. pic.twitter.com/6GUuWdmHFj
तेलुगु भाषी ब्राह्मण परिवार में जन्मे येचुरी के पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला पेशे से राज्य सड़क परिवहन निगम में इंजीनियर थे और उनकी मां कल्पम येचुरी एक सरकारी अधिकारी थी.