भाकपा माओवादी संगठन ने 15 अक्टूबर को बिहार और झारखंड बंद का आवाहन किया है. गिरिडीह जिले के 25 लाख की इनामी नक्सली जया मांझी की मौत के आक्रोश में इस बंद को बुलाया गया है. रांची रिम्स में इलाज के दौरान जया मांझी की मौत हो गई थी. भाकपा महावादी संगठन की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि जया दीदी महिला मुक्ति आंदोलन की सक्रिय नेत्री थीं. बीमार रहने के कारण धनबाद के अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था. पुलिस ने इलाज के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और एक साजिश के तहत इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया. वहां जानबूझकर उनकी हत्या कर दी गई.
एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक की पत्नी जया मांझी को गॉलब्लैडर में कैंसर था, जिसका इलाज रांची रिम्स के ऑन्कोलॉजी विभाग में चल रहा था. बीते 21 सितंबर को ही उनकी मौत हो गई. 16 जुलाई को गिरिडीह पुलिस ने धनबाद के अस्पताल से जया मांझी को गिरफ्तार किया था, जहां वह नाम बदलकर अपना इलाज करवा रही थी. पुलिस ने उनके इलाज में शामिल एक डॉक्टर और एक युवती को भी हिरासत में लिया था.
खबरों के मुताबिक जया भाकपा माओवादी संगठन के महिला विंग का कामकाज देखती थी. कुछ समय से उसकी तबीयत खराब चल रही थी, जिस कारण वह गुपचुप तरीके से धनबाद में ही इलाज करवा रही थी. इसकी भनक धनबाद पुलिस को लगी, इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर गिरिडीह पुलिस के हवाले कर दिया. बता दें कि जया मांझी का पति प्रयाग मांझी भाकपा माओवादी में केंद्रीय कमेटी का सदस्य हैं, उसपर पुलिस ने एक करोड़ रुपए का इनाम रखा है.