बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार से ही दिल्ली में मौजूद है. दिल्ली में उनकी मौजूदगी खबरों में बनी हुई है. कल दिल्ली पहुंचकर सबसे पहले मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. अपने इस दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन आज सीएम नीतीश कुमार दिल्ली में लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात करेंगे. हाल में ही भाजपा के दिग्गज नेता आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई है, जिसके बाद बिहार सीएम उनसे मिलकर उन्हें बधाई देंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दिल्ली के जदयू कार्यालय भी जाएंगे, जहां पार्टी नेताओं से मुलाकात कर आने वाले चुनाव को लेकर बातचीत करेंगे. गुरुवार को ही सीएम वापस पटना लौट जाएंगे.
जेपी नड्डा और CM नीतीश कुमार की मुलाकात
बुधवार को ही सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी, इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी सीएम ने मुलाकात की थी. जेपी नड्डा से मिलकर नीतीश कुमार ने बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत की थी. इसके पहले जेपी नड्डा से नीतीश कुमार की मुलाकात पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक के दौरान हुई थी, उस समय नीतीश कुमार महागठबंधन की सरकार में थे और अब एनडीए की सरकार में है.
9 अगस्त 2022 को ही सीएम नीतीश कुमार ने एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन की सरकार बनाई थी. जिसके बाद विपक्षी दलों को एकजुट कर सभी को इंडिया गठबंधन में शामिल किया था. वही इस साल अचानक ही मुख्यमंत्री ने महागठबंधन का साथ छोड़कर एकबार फिर एनडीए के साथ मिलकर अपनी सरकार बना ली. महागठबंधन सरकार में रहते हुए सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा पर कई बार विशेष राज्य के दर्जे को लेकर प्रहार किया था. इसी के साथ भाजपा की नीतियों से खफा होकर कई बयान भी बिहार सीएम ने दिए थे. वहीं भाजपा ने भी कई मौकों पर खुलेआम यह ऐलान किया था कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद हैं. हालांकि इस दौरान सीएम की भाजपा नेताओं से मुलाकात होती रहती थी. पिछले साल ही जी-20 सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति डिनर में 7 सितंबर को पीएम से नीतीश कुमार की मुलाकात हुई थी, जिसके 5 महीने बाद नीतीश कुमार पीएम मोदी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे.
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि अब वह एनडीए में ही रहेंगे. बीच में दो बार वह इधर-उधर जरूर हुए थे, लेकिन अब कहीं नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि वह एनडीए के साथ 1995 से बने हुए हैं.