प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार के लिए नोबेल पुरस्कार की मांग रखी गई है. जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने बिहार सीएम नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार देने की मांग रखी है. यह मांग उन्होंने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सीएम के कामों को देखते हुए की है. रविवार को समस्तीपुर के कार्यक्रम से संजय झा ने नीतीश कुमार की खूब तारीफ की और उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को महिला सशक्तिकरण के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए, बल्कि उससे भी बड़ा पुरस्कार.
संजय झा ने आगे कहा कि महिलाओं की स्थिति में बदलाव आए हैं. पिछले 20 सालों में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है. एक नेता के विजन से कितना बड़ा बदलाव आ सकता है, इसका उदाहरण नीतीश कुमार है. 20 साल पहले समस्तीपुर में, यहां तक की बिहार के गांवों में भी लड़कियों को साइकिल चलाते हुए देखना दुर्लभ था. लेकिन आज के समय में स्थिति बदल गई है.
जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष ने सीएम के नेतृत्व में बिहार में हुए विकास कार्यों की भी खूब सराहना की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण काम किया है. उनके नेतृत्व में बिहार ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है. महिलाओं को पंचायत और नगर निकायों में 50% आरक्षण दिया है, जो ऐतिहासिक फैसला है.
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार के लिए जदयू के किसी नेता ने नोबेल पुरस्कार की मांग रखी हो. इसके पहले भी जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने नीतीश कुमार के पक्ष में नोबेल पुरस्कार की मांग रखी थी. बिहार विधानसभा में उन्होंने कहा कि क्लाइमेट के लिए नीतीश कुमार जो काम कर रहे हैं, ऐसा किसी राज्य ने नहीं किया है. बिल गेट्स ने भी नीतीश कुमार के जलवायु परिवर्तन की सराहना की थी. इस पर दिलीप चौधरी ने खालिद अनवर का समर्थन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए. इसके लिए सदन में प्रस्ताव पारित होना चाहिए.