प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शपथ लिए अभी 24 घंटे भी नहीं हुए हैं की उनके साथी मंत्री अपना पद त्यागना चाह रहे है. केरल से भाजपा के एकमात्र सांसद सुरेश गोपी रविवार को ही केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे, इसके बाद सोमवार को उन्होंने मंत्री पद छोड़ने की संभावना जाहिर की है. शपथ ग्रहण के बाद एक मीडिया चैनल ने दावा किया कि सुरेश गोपी ने इंटरव्यू में मंत्री पद त्यागने की बात कही है. चैनल की ओर से कहा गया कि गोपी ने कहा कि मैंने मंत्री पद नहीं मांगा है और मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द से जल्द मुझे इस पद से मुक्त किया जाएगा.
फिल्म कालियाटृम के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवार्ड
दरअसल पीएम के साथ 72 मंत्रियों ने रविवार को शपथ ली थी, जिसमें साउथ सिनेमा के सुपरस्टार में से एक सुरेश गोपी भी थे. सुरेश गोपी ने केरल में भाजपा के लिए एकमात्र सीट जीत कर इतिहास रचा. थ्रिशूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से वह 74 हजार से ज्यादा वोटों से जीत गए थे. इसके बाद उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई थी. अपने पद से मुक्ति को लेकर मीडिया चैनल ने दावा किया कि वह फिल्मों में काम करना चाहते है. चैनल के मुताबिक सुरेश गोपी ने कहा कि मैंने फिल्में साइन की है, जिन्हें मुझे करना है. मैं थ्रिशूर के सांसद के रूप में काम करता रहूंगा. मेरा मकसद संसद के रूप में काम करना है. मैंने कुछ नहीं मांगा. मैंने कहा था कि मुझे इस पद की जरूरत नहीं है, मुझे किसी भी कीमत पर अपनी फिल्में करनी है.
खबरों के माने तो सुरेश गोपी ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपनी यह इच्छा भी जाहिर की है.
हालांकि खबर के सामने आने के बाद सुरेश गोपी ने इसे खुद ही नकार दिया है. सोमवार को उन्होंने मंत्री पद छोड़ने वाली खबरों को गलत बताया है. सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म गलत खबरें फैला रहे हैं कि मैं मोदी सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने जा रहा हूं. यह पूरी तरह गलत है. मोदी जी के नेतृत्व में हम केरल के विकास और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं.
सुरेश गोपी के इस पार्टी छोड़ने वाली खबर पर भाजपा ने भी कोई अधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं जारी की थी.
साउथ के बड़े एक्टर में शुमार सुरेश गोपी ने अब तक अपने 32 साल के इतिहास में ढाई सौ से ज्यादा फिल्में की है. 1998 में आई फिल्म कालियाटृम के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का नेशनल अवार्ड भी मिल चुका है.