15 अप्रैल को यूनाइटेड अरब अमीरात में इंद्रदेव ने अपना कहर जमकर बरपाया. यूएई, सऊदी अरब, बहरीन और ओमान में सोमवार की रात खूब बारिश हुई. 16 अप्रैल तक इतनी बारिश हुई की चारों देश में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई. रेगिस्तान के बीच बसे दुबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 24 घंटे में 6.26 इंच से ज्यादा बारिश हुई. दुनिया के व्यस्ततम एयरपोर्ट में से एक दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बारिश की वजह से बंद करना पड़ा है. रनवे पर बारिश का पानी घुस गया, जिसकी वजह से आखरी समय कई उड़ानों को डाइवर्ट करना पड़ा.
खबरों के मुताबिक इतनी बारिश दुबई में 2 सालों में होती है, जो एक दिन में ही हो गई.
खाड़ी देश में हुई इस बारिश पर कुछ एक्सपर्ट से क्लाउड सीडिंग यानी आर्टिफिशियल बारिश की बात कह रहे हैं. कहा जा रहा है कि दुबई प्रशासन ने सोमवार को क्लाउड सीडिंग के लिए विमान को उड़ाया था. इसके बाद ही खाड़ी देशों में भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. वहीं कुछ एक्सपर्ट्स की माने तो यह क्लाइमेट चेंज की वजह से हुआ है. हालांकि अभी तक इस पर बहस चल रही है कि आखिर इतनी बारिश अचानक से होने की वजह क्या है.
दुबई में हालात इन दिनों बारिश की वजह से बदत्तर हो गए है. बाढ़ और बारिश की वजह से पूरा शहर रुक गया है, रास्ते पर पानी भरा है, गली-मोहल्ले और आलीशान टावर तक बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. इस स्थिति में सबका जीना दुश्वार हो गया है. देश के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद ने भारी बारिश की वजह से देश के बुनियादी ढांचे के अध्ययन का आदेश दिया है. 18 अप्रैल को जारी बयान में कहा गया कि देश के नागरिकों, निवासियों की सुरक्षा सर्वोत्तम प्राथमिकता है. शेख जायद ने भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित सभी परिवारों को सहायता देने और प्रभावितों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित करने का आदेश दिया है.
यूएई में बारिश में पिछले 75 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. कुछ ही घंटे में डेढ़ साल में होने वाली औसत बारिश के बराबर बारिश हुई है. वही ओमान में भी बाढ़ की वजह से 20 लोग मारे गए हैं.