9 दिनों तक देवी के नौ रूपों की पूजा के बाद दुर्गा पूजा का समापन हो गया है. देशभर में बुधवार को मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन किया जा रहा है. बीते दिन मंगलवार को भी कई जगहों पर मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया.
मां दुर्गा को धूमधाम और नम आंखों से विदा किया जा रहा है. राजधानी पटना के बहुचर्चित डाक बंगला चौराहा की मूर्ति का विसर्जन बुधवार को किया जा रहा है.
कृत्रिम तालाबों में किया जाएगा विसर्जन
विसर्जन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जगह-जगह पर पुलिस प्रशासन की नियुक्ति की गई है. पटना में विसर्जन को लेकर प्रशासन ने कई जगहों पर ट्रैफिक रूट को बदला है.
बिहार सरकार ने मूर्ति विसर्जन को लेकर प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण अधिनियम 1974 के तहत नियमावली जारी की है. पूजा समितियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि पूजन सामग्री और सजावट के समान को अलग किया जाए. इसके साथ ही पर्यावरण के अनुसार मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था भी की जाए.
राज्यभर में मूर्ति विसर्जन कृत्रिम तालाबों में किया जाएगा. जिसके लिए अलग-अलग पूजा पंडाल को अलग-अलग तालाबों का आवंटन किया गया है. इस बार मूर्ति विसर्जन के लिए पटना में चार कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं. जिनमें से दो तालाब दीघा में पाटी पुल और मीनार घाट. वहीं एक लॉ कॉलेज घाट और एक पटना सिटी में भद्र घाट पर बनाया गया है.