बिहार लोक सेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा के नतीजे आने के बाद से अभ्यर्थी लगातार गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं. बुधवार को पटना में बीपीएससी कार्यालय पर बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
शिक्षक अभ्यर्थियों का आरोप है कि रिजल्ट में कई अभ्यर्थियों के साथ पक्षपात किया गया है. साथ ही कई अभ्यर्थियों के नतीजे एक से अधिक कक्षाओं में जारी किए गए हैं. साथ ही रिजल्ट में भी फर्जीवाड़ा किया गया है. बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी रिजल्ट के सत्यापन की मांग को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं.
लैंड फॉर जॉब घोटाले की तरह शिक्षक नियुक्ति घोटाला
दुर्गा पूजा के ठीक बाद अचानक अभ्यर्थियों के हंगामे से अफरा-तफरी मच गयी. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को मौके से खदेड़ दिया है. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया. एक तरफ शिक्षक अभ्यर्थी सरकार पर रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं. तो दूसरी तरफ सरकार भी इस मामले में एक-दूसरे पर दोषारोपण करने में जुट गई है.
बिहार एलजेपी (रामविलास) अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी नतीजों में धांधली का आरोप लगाया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि "नीतीश सरकार ने शिक्षक भर्ती परीक्षा में पिछले दरवाजे से लोगों को नौकरी दी है". जीतन राम मांझी ने बीपीएससी शिक्षक परीक्षा को भी लैंड फॉर जॉब घोटाले की तरह घोटाला होने की बात कही है.
सभी विषयों के कट ऑफ मार्क्स जल्द ही जारी
BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा का कट ऑफ अभी जारी नहीं किया गया है. जिससे अभ्यर्थियों में आक्रोश है. वह लगातार मांग कर रहे हैं कि परीक्षा का कट ऑफ जारी किया जाए. प्रदर्शन के दौरान ही बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने अपने एक्स अकाउंट से ट्वीट कर कहा कि सभी विषयों के कट ऑफ मार्क्स जल्द ही जारी किये जायेंगे.