पटना में प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध खनन मामले में शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है. राजधानी पटना में लालू यादव के करीबी सुभाष यादव के ठिकानों पर ईडी की टीम ने शनिवार सुबह ही छापेमारी की है. सुभाष यादव के पटना, दानापुर से लेकर बिहिटा तक के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है.
सुभाष यादव राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं.
सुभाष यादव ने 2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड के चतरा से चुनाव भी लड़ा था, जिसमें वह हार गए थे. राजद नेता सुभाष पटना के शाहपुर जिले के हेतनपुर गांव से ताल्लुक रखते हैं. वह ब्रॉडसन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के मालिक भी है. यादव पर आरोप है कि उन्होंने बिहार में अवैध बालू खनन का कारोबार खड़ा किया है. इसके पहले भी दो बार सुभाष यादव के कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी. साल 2018 में पटना, दिल्ली और धनबाद में ईडी की टीम ने छापेमारी की थी. इसके बाद 2022 में भी सुभाष यादव के ठिकानों पर ईडी ने रेड मारी थी.
लालू यादव के करीबी सुभाष यादव के खिलाफ पटना के कई पुलिस थानों में केस भी दर्ज है. इसके साथ में एक दर्जन से अधिक मुकदमे भी उनके खिलाफ चल रहे हैं, जिसमें ज्यादातर मामले अवैध बालू खनन से जुड़े हुए हैं.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सुभाष यादव, राबड़ी देवी पर भी ब्लैक मनी को वाइट करने का आरोप लगाया था और इसके कई तथ्य भी दिए थे.
ईडी ने राजद के एमएलसी विनोद जायसवाल के घर भी छापेमारी की थी. विनोद जायसवाल के ऊपर शराब फैक्ट्री की जांच की कार्यवाही चल रही है. इसके लिए कोलकाता से आईटी में टैक्स चोरी के मामले में जांच की है. शुक्रवार को राजद के विधान पार्षद विनोद जायसवाल के कदमकुआं आवास पर आईटी की टीम ने छापेमारी की थी. बता दे कि झारखंड और पश्चिम बंगाल में में विनोद जायसवाल का शराब कारोबार चलता है.