भोजपुरी एक्टर और काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह के खिलाफ आखिरकार आज भाजपा ने एक्शन ले ही लिया. पवन सिंह ने जब से भाजपा के खिलाफ जाकर निर्दलीय काराकाट से पर्चा भरा है, तभी से यह इंतजार हो रहा था कि अब पार्टी उनके खिलाफ क्या एक्शन लेगी. बुधवार को भाजपा ने पवन सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया और उन्हें लेटर जारी किया.
भाजपा ने अपने लेटर में लिखा कि एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ना पार्टी विरोधी काम है. जिससे पार्टी की छवि खराब हुई है. इसलिए पार्टी ने आपके खिलाफ अनुशासन के विरुद्ध जाने की वजह से यह कार्रवाई की है. दल विरोधी कार्य की वजह से प्रदेश अध्यक्ष के आदेश पर आपको पार्टी से निष्कासित किया जाता है.
दरअसल पवन सिंह भाजपा के साथ जुड़े हुए थे. भाजपा ने उन्हें इस लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लड़ने के लिए टिकट भी दे दिया था, जिससे पवन सिंह ने लौटा दिया और निर्दलीय काराकाट से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भरा. काराकाट से एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहा को चुनावी मैदान में उतारा है. काराकाट की लड़ाई में भाजपा ने कई बार पवन सिंह को अपना फैसला बदलने के लिए भी कहा, लेकिन वह अपने फ़ैसले पर अडिग रहे. जिसके बाद पार्टी ने आज उन्हें निकाल दिया.
पवन सिंह लगातार काराकाट में चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उन्होंने अपना नामांकन भी कराया और उनका नामांकन रद्द न हो इस वजह से अपनी मां को भी इस सीट से नामांकन कराया था. हालांकि दोनों ही नामांकन सही पाए गए और पवन सिंह की मां ने अपना नामांकन वापस ले लिया.