गुरुवार को पटना में शंकर नेत्रालय अस्पताल खुलने के लिए बड़ा कदम उठाया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और शंकर आई फाऊंडेशन इंडिया कोयंबटूर के बीच एमओयू साइन हुआ. पटना के कंकड़बाग क्षेत्र में 1.60 एकड़ में यह विश्व-स्तरीय अस्पताल बनेगा. इसके लिए 1 रुपए की टोकन राशि सशर्त लीज के तौर पर दी गई. इसके लिए 3 दिसंबर 2024 को ही नीतीश सरकार ने अपने कैबिनेट से मंजूरी दी थी.
अस्पताल निर्माण के लिए कोयंबटूर स्थित आई फाऊंडेशन को 99 साल के लीज पर यह जमीन दी गई है. राज्य आवास बोर्ड को भुगतान के लिए 48 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी गई है. यह अस्पताल 18 महीने में बनकर तैयार होगा.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लगातार ऐसे काम हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी पहल की थी और मुख्यमंत्री ने तुरंत इस पर विचार किया और जमीन उपलब्ध करा दी. अब आने वाले दिनों में निश्चित तौर पर जब अस्पताल बन जाएगा तो बिहार के लोगों को बहुत बड़ा तोहफा मिलेगा.
शंकर नेत्र अस्पताल में सामान्य इलाज के साथ-साथ कॉर्नियाप्लास्टी, रेटिना डिटैचमेंट और आंखों के कैंसर जैसी जटिल बीमारियों का इलाज हो सकेगा. यहां 75 प्रतिशत मरीज का इलाज मुक्त और 25 प्रतिशत का सशुल्क इलाज होगा. ढाई लाख रुपए प्रतिवर्ष से कम आय वाले परिवार निःशुल्क चिकित्सा ले सकेंगे.