बुधवार को किसानों ने मांगों को मनवाने के लिए रेल रोको आंदोलन किया. केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान संगठनों ने आज दोपहर 12:00 से 3:00 बजे तक रेल रोको प्रदर्शन का आवाह्न किया था. आवाह्न के तहत किसान आज पटरी पर बैठ गए, जिससे अंबाला-चंडीगढ़ रेल मार्ग पूरी तरह से ठप पड़ गया. इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन में शामिल किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पहले गुमराह कर आंदोलन को स्थगित कर दिया था. उस समय केंद्र ने जिन मांगों पर सहमति दी थी उन्हें आज तक लागू नहीं किया गया.
किसानों ने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर 70 वर्षीय किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर बीते 21 दिनों से भूख हड़ताल पर है. उनकी सांसे किसी भी वक्त थम सकती हैं. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा हुआ तो पूरे देश में आंदोलन होगा. राजमार्ग और रेल मार्ग रोके जाएंगे. जिसे काबू करना गृह मंत्रालय के बस की बात नहीं होगी.
आज ट्रेन रोको आंदोलन के दौरान पंजाब के कई इलाकों में ट्रेन संचालन पर पूरी तरह से प्रभाव पड़ा. इससे यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. सैकड़ो की संख्या में यात्री रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के इंतजार में बैठे रहें. वहीं रेलवे कर्मचारियों ने यात्रियों को तीन से चार घंटा ट्रेन लेट होने की बात कही. आज करीब 60 ट्रेनों के संचालन पर फर्क पड़ा, वही कुछ ट्रेन को डायवर्ट किया गया.