पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का शनिवार(28 दिसंबर) को निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. पूर्व पीएम का यहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. उनके पार्थिव शरीर को सेना की तोपगाड़ी से घाट पर लाया गया, जहां तीनों सेनाओं ने उन्हें सलामी दी.
निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर, बेटी उपेंद्र सिंह, दमन सिंह और अमृत सिंह मौजूद थीं. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी भी निगमबोध घाट पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे. सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने भी उन्हें यहां श्रद्धांजलि दी.
पूर्व पीएम के निधन के बाद अब उनके स्मारक को लेकर राजनीति शुरू हो रही है. कांग्रेस ने देश के पहले सिख पीएम के लिए निगमबोध घाट पर स्मारक बनाने के लिए मांग कर रही है. केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार पूर्व पीएम का स्मारक बनाने के लिए जमीन तक नहीं तलाश पा रही है. यह देश के पहले सीख पीएम का अपमान है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार की रात कहा कि सरकार पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित करेगी. इस बारे में उनके परिवार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सूचित कर दिया गया है. गृह मंत्रालय ने बताया कि स्मारक के लिए ट्रस्ट का गठन किया जाएगा और स्थान आवंटित किया जाएगा.