राजधानी पटना में गंगा नदी का जलस्तर दिन-दिन बढ़ रहा है. जिले में कई जगहों पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. गंगा जलस्तर के इस तरह बढने से आम आदमी से लेकर प्रशासन तक चिंतित है. बिहार सीएम नीतीश कुमार को भी गंगा जलस्तर वृद्धि ने चिंतित कर दिया. शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार गंगा नदी का निरीक्षण करने पहुंचे.
गंगा मरीन ड्राइव से नीतीश कुमार ने नदी के जलस्तर को देखा और मौजूद अधिकारियों से इसकी जानकारी ली. बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए सीएम ने अधिकारियों को एहतियात के लिए निर्देश दिए. इस दौरान सीएम के साथ पटना डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर भी मौजूद रहें, जिन्होंने स्थितियों का जायजा लिया.
पटना में गंगा जलस्तर वृद्धि के बाद एनआईटी और गांधी घाट पर होने वाले गंगा आरती को अगले आदेश तक के लिए बंद किया गया है. शनिवार से गंगा आरती घाटों पर बंद हो जाएगी. यह फैसला बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से लिया गया है.
जल संसाधन विभाग के मुताबिक पटना में गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. गांधी घाट पर गंगा का पानी लाल निशान से 22 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है. गुरुवार की सुबह गंगा खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. पटना के कई इलाके में रिवर फ्रंट पर पानी बढ़ गया है, जिस कारण गंगा किनारे के रास्ते भी डूब गए हैं. पटना के दियारा इलाके में पानी बढ़ जाने के कारण दियारा के लोगों को गंगा पथ के पास शरण दी गई है. दियारा के सात पंचायत में बाढ़ जैसे हालात की संभावना जताई जा रही है.
इन हालातों के बीच सीएम ने भी बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया और बाढ़ से बचाव के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए.