गया: विशेष विमान से पहुंचा शहीद चंदन का पार्थिव शरीर, पूरे सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

21 दिसंबर को जम्मू कश्मीर में शहीद हुए बिहार के चंदन कुमार का पार्थिव शरीर चार दिनों बाद विशेष विमान से आज गया एयरपोर्ट पर पहुंचा है. गया से शहीद को सड़क मार्ग से नवादा के लिए रवाना किया गया है. 

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शहीद चन्दन का पार्थिव शरीर

शहीद चंदन का पार्थिव शरीर

गुरुवार को जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में देश के पांच जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. इन जवानों में बिहार का भी एक जवान शामिल रहा था. बिहार के 26 साल के जवान चंदन कुमार भी जम्मू कश्मीर के राजौरी हमले में शहीद हो गए थे. शहीद चंदन कुमार का पार्थिव शरीर आज बिहार पहुंचा है. 

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21 दिसंबर को जम्मू कश्मीर में शहीद हुए बिहार के लाल का पार्थिव शारीर चार दिनों बाद विशेष विमान से गया एयरपोर्ट पर पहुंचा है. गया एयरपोर्ट से चंदन कुमार के पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से नवादा के लिए रवाना किया गया है. रवाना करने से पहले गया एयरपोर्ट पर सेना के अधिकारी और जवानों ने चंदन कुमार को गार्ड ऑफ ऑनर दिया है. नवादा में पूरे सम्मान के साथ चंदन कुमार का अंतिम संस्कार होगा.

मौके पर परिजनों के साथ-साथ मौजूद लोगों ने पुष्पांजलि भी अर्पित की. पूर्व सांसद अरुण कुमार भी मौके पर शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद रहे. गया से दर्जनों गाड़ियां काफिला बनाकर शहीद चंदन कुमार के साथ नवादा के लिए जा रहे हैं. पूर्व सांसद अरुण कुमार के साथ-साथ लोजपा के अरविंद सिंह, मुन्ना कुमार, गया जिला लोजपा के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह भी मौजूद है.

वहीं बीते 21 दिसंबर के बाद से शहीद का पार्थिव शरीर गांव ना पहुंचने पर गांव वाले काफी आक्रोशित थे. लोगों ने सरकार से भी गुहार लगा कर शहीद के पार्थिव शरीर को जल्दी सौंपने की मांग की थी.

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शहीद जवान चंदन कुमार वारसलीगंज थाना क्षेत्र के कुटरी पंचायत के नारोमुरार के रहने वाले थे. चंदन कुमार 89वें आर्म्ड रेजीमेंट के जवान थे. चंदन कुमार का बचपन से ही सपना था कि वह देश की सेवा करें. उन्होंने साल 2017 में ही सेना ज्वाइन किया था. सबसे पहले उनकी जॉइनिंग महाराष्ट्र के अहमदनगर में हुई थी, जिसके बाद वह 2018 में पठानकोट चले गए थे. 2018 के बाद से ही चंदन जम्मू कश्मीर में ड्यूटी कर रहे थे.

चंदन की शादी साल 2022 में ही हुई थी. चंदन कुमार छठ पूजा में ही घर आए थे छुट्टी खत्म होने के बाद 12 नवम्बर को ड्यूटी पर लौट थे. उनके परिवार में पत्नी, माता-पिता और दो भाई हैं. पूरा परिवार खेती पर निर्भर है, छोटे भाई अभिनंदन कुमार की गांव में एक किराना दुकान है और बड़े भाई प्राइवेट स्कूल में टीचर है.

चंदन कुमार के शहीद हो जाने के बाद से गांव में कोहराम मचा हुआ है. परिवार इस हालत में भी नहीं है कि वह बात कर सके. पत्नी शिल्पी कुमारी का भी रो-रो कर बुरा हाल है.

गुरुवार को राजौरी में हुए आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे. यह घटना गुरुवार करीब दोपहर 3:45 पर हुई थी. घटना के दौरान मौके पर ही चार जवान शहीद हो गए थे, वही एक जवान गंभीर रूप से घायल थे. इलाज के दौरान अस्पताल में उनकी मौत हो गई. 

Bihar gaya chandankumar