विश्वभर की मीडिया अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले की निंदा कर रही है. डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चलने की खबर हर एक मीडिया चैनल पर प्रमुखता से चलाई जा रही है. इस हमले पर न्यूज़ चैनलों ने डिबेट और विश्लेषण तक का आयोजन किया. मगर इन खबरों के बीच गाज़ा में 15 लोगों के मौत की खबर कहीं नहीं नजर आई. बीते दिन इजरायली जेट विमानों ने गाज़ा में एक बार फिर एक स्कूल को निशाना बनाया. 8 दिनों में गाज़ा के पांचवें स्कूल को निशाना बनाया गया.
मध्य गाज़ा के शहर नूसीरात में UN के एक स्कूल पर हमला हुआ. जिसमें युद्ध के दौरान विस्थापित लोगों को आश्रय दिया गया था. इजरायली सेना के मुताबिक स्कूल में हमास के आतंकवादी छिपे थे. इजरायली सेना ने आगे कहा कि इमारत को छुपने की जगह के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. इसके अलावा यहां से इजरायली सैनिकों पर हमले के लिए भी काम किया जाता था.
नागरिक सुरक्षा एजेंसी के प्रवक्ता मोहम्मद बस्सल ने बताया कि अबू अरब स्कूल में हजारों विस्थापित लोग रहते थे. जिस पर हमला हुआ है. इस हमले में मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल है.
इसके पहले 6 जुलाई को इजरायली विमान ने नूसीरात में फिलीस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी द्वारा संचालित किए जा रहे स्कूल पर हमला किया था. इस स्कूल में लगभग हजार लोगों ने शरण ले रखी थी. इसके ठीक अगले दिन उत्तर गाज़ा में भी फैमिली स्कूल पर हमला किया गया था, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी.
मालूम हो कि पिछले साल 7 अक्टूबर से ही इजराइल और फिलस्तीन के बीच आक्रामक युद्ध चल रहा है. जिसमें इजरायल ने दावा किया है कि वह हमासी आतंकवादियों को खत्म करके ही दम लेगा.