इजरायली सेना ने गाज़ा सिटी के अल शिफा हॉस्पिटल पर हमास आतंकियों को निशाना बनाकर छापेमारी की. इजराइली सैनिकों के इस छापेमारी में दर्जनों लोग मारे गए हैं और कई लोगों को सेना ने हिरासत में भी लिया है. सोमवार को इजरायली सेना ने अस्पताल पर रेड मारी, जिसमें सैनिकों ने अपने साथ टैंकरों को भी हमले के लिए इस्तेमाल किया. हवाई हमले से भी हमास के चिकित्सा केन्द्रों के आसपास हमले किए गए.
इजराइली सैनिकों के इस हमले से अस्पताल के पास मौजूद परिजनों, मरीज और विस्थापित लोगों की मौत हो गई है. खबरों के मुताबिक इस हमले में 20 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
जवानों ने अस्पताल परिसर में 20 आतंकियों को मार गिराया
इजराइल के सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल हगारी ने बयान देते हुए कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान इजराइल ने 200 संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ा है, जिनकी जांच की जा रही है. अस्पताल परिसर में सैनिकों ने 20 आतंकवादियों को मार गिराया है और अन्य 20 अस्पताल के आसपास के क्षेत्र में मारे गए हैं.
हगारी ने कहा कि मृतकों में फायक अल मबौह भी शामिल है, वह हमास के आंतरिक सुरक्षा संगठन में विशेष अभियानों का प्रमुख था. इस हमले के बाद शाम को हगारी ने कहा कि इजरायली सेना का यह ऑपरेशन रात में भी अस्पताल परिसर के अंदर जारी रहेगा.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गाज़ा के अस्पताल पर हुए हमले को लेकर चिंता जाहिर की है. डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ट्रेडोस एडनोम ने अपने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है, हम उत्तरी राजा में अल शिफा अस्पताल की स्थिति को लेकर बेहद चिंतित है. अस्पताल को कभी युद्ध भूमि नहीं बनना चाहिए.
वही इजरायल के सैन्य प्रवक्ता हगारी ने कहा कि अस्पताल में हमास के आतंकवादियों को रखा गया था. अस्पताल को एक कमांड सेंटर में बदल गया था. जहां से आतंकी अभियानों को मैनेज करते थे और युद्ध प्रबंधन का काम देखते थे.
गाज़ा हमास के बीच में चल रहे युद्ध में अब तक इजरायल के तरफ से 1,160 लोगों की मौत हुई है, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. वही इजरायली हमले में अब तक 31,756 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है.