सावन में देश के अलग-अलग इलाके से लाखों कावड़िया अलग-अलग शिवालयों में जलाभिषेक के लिए पहुंचते है. बिहार के हाजीपुर से भी कावड़ियों का एक झुंड सावन की तीसरी सोमवारी को जलाभिषेक करने हरिहरनाथ मंदिर जा रहा था. इसी दौरान हाई इंटेंशन तार की चपेट में आने से 9 कावड़ियों की मौत हो गई. रविवार की रात 12 बजे हाजीपुर में श्रद्धालुओं का एक झुंड सोनपुर में जलाभिषेक करने जा रहा था. इस दौरान श्रद्धालु डीजे के साथ गाना बजाते हुए बढ़ रहे थे, तभी हाजीपुर इंडस्ट्रियल थाने के सुल्तानपुर गांव में 11 हजार के हाई इंटेंशन तार की चपेट में आने से यह हादसा हुआ.
खबरों के मुताबिक तार की चपेट में आने से 15 सेकंड तक शव डीजे ट्राली से चिपके रहे. करंट लगने के कारण श्रद्धालुओं के शव बुरी तरह जल गए. हादसे के दौरान डीजे ट्रॉली पर 12 से 15 लोग सवार थे, जिनमें से नौ लोगों की मौत हो गई, दो लोग घायल बताए जा रहे हैं और बाकी लोग बच गए हैं. डीजे ट्रॉली के पीछे सैकड़ो लोगों का झुंड भी चल रहा था, जिनके बीच 30-35 मीटर की दूरी थी. ट्रॉली के तार में टकराने से डीजे में ब्लास्ट होने लगा, जिससे डीजे ट्रॉली के साथ चल रहे लोगों में भगदड़ भी मच गई.
यह सभी गांव वाले पहलेजा घाट से गंगाजल भरकर हरिहरनाथ मंदिर जा रहे थे. गांव से यह झुंड खराब सड़क से होते हुए जा रहा था, जहां सड़क के ऊपर हाई इंटेंशन तार लटका हुआ था. हादसे की खबर के बाद मौके पर भारी पुलिस बल के साथ एसडीएम समेत स्थानीय लोगों का जमावड़ा लगा. जहां स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. लोगों ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गांव वालों का इल्जाम है कि करंट लगने के बाद बिजली विभाग को सूचना दी गई थी, मगर विभाग ने काफी देर तक बिजली नहीं काटी.