बिहार की राजधानी में रविवार को बड़े मैराथन का आयोजन किया जा रहा है. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की तरफ से मैराथन का आयोजन कल गांधी मैदान में कराया जाएगा. पटना मैराथन की तैयारी बीते कुछ समय से राजधानी में चल रही है. पहले भी 26 नवम्बर को मैराथन का आयोजन होने वाला था लेकिन उसे किसी कारणवश रद्द कर दिया गया था.
कल होने वाले हाफ मैराथन की टैगलाइन "रन फॉर नशा मुक्त बिहार" है. इस मैराथन में 10 हजार लोगों के भाग लेने की संभावना है. मैराथन के आयोजन से पहले एक्सपो लगाया जाएगा जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ब्रांड शामिल होंगे.
गाड़ियों के परिचालन पर प्रतिबंध
नशा मुक्त बिहार के मैराथन के दौरान गांधी मैदान के आसपास के इलाके में ट्रैफिक प्रभावित रहेगा. शनिवार रात 12:00 बजे से रविवार की सुबह 10:00 बजे तक गांधी मैदान और अटल पथ के इलाकों में गाड़ियों के परिचालन पर प्रतिबंध रहेगा.
पटना के ट्रैफिक एसपी पूरन झा ने बताया कि गांधी मैदान के गेट नंबर 1 से चिल्ड्रन पार्क तक पश्चिमी और पूर्वी लेन, चिल्ड्रन पार्क से आयुक्त कार्यालय के सामने तक उत्तरी और दक्षिणी लेन, आयुक्त कार्यालय के सामने गंगा पथ से अटल पथ गोलंबर तक के पश्चिमी दक्षिणी लेन और अटल पथ पर अटल पथ गोलामबर से एस के पुरी मोड़ तक पूर्वी लेन में कोई भी गाड़ी नहीं चलेगी. रविवार को मैराथन को देखते हुए इन रुट्स में बदलाव किया गया है.
साथ ही यह बताया गया है कि कल शहरवासी एक ही मार्ग में गाड़ियों का परिचालन करेंगे. गायघाट और पीएमसीएच जाने वाले गाड़ी गंगा पथ के अलावा अशोक राजपथ का इस्तेमाल करेंगे. जेपी सेतु से पटना की ओर आने वाले गाड़ी गाड़ियों को गंगा पथ पर नीचे से नहीं जाने दिया जाएगा. सभी गाड़ी जेपी सेतु से अशोक राजपथ तक जा सकेंगे.
चार श्रेणियों में प्रतिभागी भाग लेंगे
नशा मुक्ति मैराथन में इस बार चार श्रेणियों में प्रतिभागी भाग लेंगे. जिसमें 42 किलोमीटर के मैराथन में 200, 21 किलोमीटर के 'हाफ मैराथन' में 800, 10 किलोमीटर के मैराथन में 2000 और 5 किलोमीटर वर्ग में 7000 धावकों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. मैराथन गांधी मैदान से शुरू होगा और जेपी गंगा पथ, खास महल, दीघा दियारा से होते हुए वापस जेपी गंगा पथ गोलघर, गांधी मैदान में आकर खत्म होगा. यह मैराथन सुबह 5:30 तेज शुरू हो जाएगा. बीते साल हाफ मैराथन में 8500 धावकों ने नहीं हिस्सा लिया था.
नशा मुक्त बिहार के मैराथन में एंबुलेंस और चिकित्सकीय सुविधाओं को भी तैनात किया जाएगा. साथ ही 75 तकनीकी अधिकारी और 150 वॉलिंटियर को इस दौरान तैनात किया जाएगा. गांधी मैदान के आसपास आवश्यकता अनुसार बैरिकेडिंग भी कराई गई है.