लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए राजद अपने प्रत्याशियों के बीच में टिकट का बंटवारा कर रही है. इसी टिकट बंटवारे में जमुई सीट से राजद ने अर्चना रविदास पर दाव खेला है.
राजद प्रत्याशी को एक दिन पहले ही जमुई सीट के लिए पार्टी ने टिकट दिया था, टिकट मिलने के 24 घंटे के अंदर अर्चना रविदास के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. अर्चना रविदास पर सिकंदरा थाने में धारा 144 के उल्लंघन के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है. सिकंदरा सीओ नेहा कुमारी ने शुक्रवार को धारा 144 उल्लंघन मामले में राजद प्रत्याशी समेत कई समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
अर्चना रविदास पर आरोप है कि उन्होंने जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर एक साथ काफी संख्या में भीड़ जुताई और चुनाव का प्रचार-प्रसार किया था.
आचार संहिता के साथ धारा 144
लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा के बाद आचार संहिता लागू होने के साथ ही धारा 144 लागू हो गई थी. इसके बाद सिकंदरा चौक पर अर्चना रविदास ने जिला प्रशासन की अनुमति के बिना ही 10 गाड़ियों के काफिले के साथ 40 से 50 की संख्या में भीड़ जुटाई. चौक पर उन्होंने अपने समर्थकों के साथ प्रचार-प्रसार भी किया. इस मामले के तूल पकड़ते ही जिला प्रशासन ने हरकत में आते हुए जांच की और फोटो-वीडियो दोनों को ही सही पाया. इस पूरे मामले पर कार्रवाई करते हुए जमुई जिला प्रशासन ने मामला दर्ज कर लिया है.
पहले चरण के टिकट बंटे
जमुई लोकसभा क्षेत्र से राजद की उम्मीदवार के तौर पर अर्चना रविदास को टिकट दिया गया था. पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने अर्चना रविदास को खुद सिंबल सौंपा था. राजद अब तक बिहार में लगभग आधा दर्जन सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के बीच में टिकट का बंटवारा कर चुकी है, जिसमें पहले चरण में शामिल सभी चार सीटों के लिए टिकट बांट दिया गया है. पहले चरण में औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई जिले में वोटिंग होगी. राजद ने उम्मीदवारों के बीच टिकट बांटने को लेकर अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
बता दें कि आचार संहिता उल्लंघन के मामले में अब तक पप्पू यादव और औरंगाबाद में संतोष कुशवाहा के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है.