अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शोर सुनाई देने लगा है. राज्य में राजनीतिक पार्टियां इसके लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है. ऐसे में जन सुराज पार्टी के संस्थापक और चुनावी रणनीति का प्रशांत किशोर ने भी अपने स्तर पर वादे करने की शुरुआत की है. सुपौल की सभा में उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार बनती है, तो वह 15 साल से कम उम्र के बच्चों की पढ़ाई मुफ्त में कराएंगे और वह भी प्राइवेट स्कूलों में. इतना ही नहीं उन्होंने किताब और कपड़ों के साथ पढ़ाई का पूरा खर्च मुफ्त करने का ऐलान किया.
शुक्रवार को अपने इस बयान में उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था प्राइवेट के साथ-साथ सरकारी स्कूलों में भी लागू होगी. ऐसी व्यवस्था देश के किसी भी राज्य में अब तक नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि नीतीश सरकार हर साल पढ़ाई पर 50 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रही है. इनसे क्या 50 बच्चे भी पढ़ पाते हैं? हमारा संकल्प है कि हम इन्हीं 50 हजार करोड़ को सही तरीके से खर्च करके आपके बच्चों को अच्छे गुणवत्ता की पढ़ाई दें, ताकि 15 वर्ष के बाद वह सरकार और व्यवस्था पर बोझ ना बने.
अपने चुनावी अभियान के दौरान उन्होंने गांव में अकेले जीवन व्यतीत कर रहे बुजुर्गों का भी दर्द साझा किया. उन्होंने कहा कि जन सुराज की सरकार अगले वर्ष के अंत से यह सुनिश्चित करेगी कि हर महिला-पुरुष जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है, उन्हें कम से कम हर महीने 2 हजार रुपए पेंशन मिले. नीतीश कुमार पर हमला बोलते उन्होंने कहा कि महंगाई के दौर में 400 रुपए देकर कोई एहसान कर रहे हैं. इस दौर में 400 रुपए में अपना जीवन यापन करना मुश्किल है.
बता दें कि जन सुराज 2 अक्टूबर को एक पार्टी के रूप में तब्दील होगी. इसके बाद पार्टी 2025 के विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों के लिए चुनाव लड़ेगी. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इसके लिए करीब 2 साल से पदयात्रा पर है. जिसमें उन्होंने कई बड़े वादे जनता के बीच किए हैं. अपने पद यात्रा के दौरान वह पार्टी-नेता के नाम पर नहीं, जात-पात और धर्म के नाम पर नहीं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य के नाम पर वोट की मांगाकरते हैं.