बिहार में एक बार फिर पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा बीमार पड़ रही है. यह खुलासा अगस्त में राज्य के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों की रिपोर्ट से हुआ है. राज्य के सरकारी अस्पतालों में पुरुषों की तुलना में औसतन 20% अधिक महिलाएं पहुंची है, यानी 1000 पुरुष पर 1208 महिलाएं इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंच रही है. इसके साथ ही एक और चिंताजनक खुलासा रिपोर्ट में हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक युवा वर्ग की अधिक महिलाएं अस्पताल आ रही है. प्राथमिक से लेकर जिला अस्पतालों में अगस्त महीने में कुल 26 लाख 67 हजार मरीज पहुंचे, जिसमें लगभग 14 लाख 50 हजार महिलाएं और 12 लाख 17 हजार पुरुष शामिल है. इनमें 18 से 30 साल तक की महिलाएं सबसे अधिक अस्पताल इलाज कराने आई है. इस आयु वर्ग में लगभग 7 लाख 80 हजार मरीज अस्पताल पहुंचे, जिनमें 5 लाख 55 हजार महिलाएं हैं.
31 से 44 साल के 4 लाख 70 हजार लोग अस्पताल गए हैं, जिनमें 3 लाख से अधिक महिलाएं हैं. 45 से 60 साल के लगभग 4 लाख लोग अस्पताल गए, इसमें महिला और पुरुष मरीजों की संख्या बराबर है.
60 से अधिक उम्र के लोगों की बात करें तो इनमें महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक है. 60 साल से अधिक उम्र के 1 लाख 30 हजार पुरुष तो 80 हजार महिलाएं अस्पताल पहुंची हैं. 17 साल से कम उम्र में लड़कों की तुलना में लड़कियों के अस्पताल पहुंचाने की संख्या कम है. 5 साल तक में 2 लाख 80 हजार मरीजों में लड़कों की संख्या लगभग 1 लाख 60 हजार है और लड़कियों की संख्या 1 लाख 20 हजार. 6 से 11 साल के बीच 4 लाख 25 हजार बच्चों में 2 लाख 50 हजार लड़के हैं.
अगस्त महीने में सबसे अधिक बुखार की समस्या के लिए लोग अस्पताल पहुंचे. इसके बाद डायरिया, पेट की समस्या, शारीरिक कमजोरी और किसी तरह के दर्द की समस्या लेकर लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे.
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को रजिस्ट्रेशन से लेकर डॉक्टर को दिखाने में और 57 मिनट का समय लगा. इलाज कराने से दवा लेने तक अस्पताल में एक मरीज को 74 मिनट का समय लगा.