लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान कल खत्म हो गया. शुक्रवार को देश के 102 सीटों पर मतदान हुए. देश के 21 राज्यों में मतदान के बाद रिकॉर्ड 60% से ज्यादा मतदान हुआ है. शाम 6:00 बजे तक देशभर में 63% वोटिंग हुई, जिसमें त्रिपुरा में सबसे ज्यादा 80.06% और बिहार में सबसे कम 47.74% वोटिंग हुई.
बिहार की चार लोकसभा सीट जमुई, औरंगाबाद, गया और नवादा में शाम 6 बजे तक 48.37 फीसदी मतदान हुआ. गया में सबसे ज्यादा 52% और नवादा में सबसे कम 41.50% वोटिंग हुई है, जबकि औरंगाबाद और जमुई में 50% वोटिंग हुई.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवासन के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनाव के मतदान की तुलना में 5 फीसदी कम वोटिंग हुई है. पोलिंग के दौरान 21 पायलट यूनिट खराब हुए हैं. सात मतदान केंद्रों पर वोटिंग का बहिष्कार हुआ है, जहां 10 से कम वोट डाले गए हैं.
वोटों की गिनती 4 जून को
अंडमान निकोबार में 56.87%, अरुणाचल प्रदेश में 65.79%, असम में 71.46%, छत्तीसगढ़ में 63.41%, जम्मू कश्मीर में 65.08%, लक्षद्वीप में 59.02%, मध्य प्रदेश में 63.50%, महाराष्ट्र में 55.35%, मणिपुर में 68.81%, मेघालय में 73.69%, मिजोरम में 54.23%, नागालैंड में 56.91%, पुडुचेरी में 73.37%, राजस्थान में 51.91%, सिक्किम में 68.06%, तमिलनाडु में 62.27%, उत्तर प्रदेश में 57.77%, उत्तराखंड में 53.72%, बंगाल में 77.57% वोटिंग हुई है.
19 अप्रैल को राजस्थान की 25 सीटों में से 12, तमिलनाडु की सभी 39 सीटों, उत्तर प्रदेश की 80 में से 8, मध्य प्रदेश की 29 में से 6, महाराष्ट्र की 48 में से 5, उत्तराखंड की सभी 5 सीटों, असम की 14 में से 5, बिहार की 40 में से 4, पश्चिम बंगाल की 42 में से 3, अरुणाचल प्रदेश की सभी 2 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इसके अलावा मणिपुर के दोनों सीटों, मेघालय के भी दोनों सीटों, छत्तीसगढ़ की 11 में से 1, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम की 1-1 सीटों, त्रिपुरा की 2 में से 1, जम्मू कश्मीर की 5 में से 1, अंडमान निकोबार आइलैंड, लक्ष्यद्वीप और पुडुचेरी की 1-1 सीट पर वोटिंग हुई.
पहले चरण के बाद अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण में, 7 मई को तीसरे चरण, 13 मई को चौथे चरण, 20 मई को पांचवें चरण, 25 मई को छठे चरण और 1 जून को सातवें चरण में वोटिंग होगी. वोटों की गिनती 4 जून को होगी और उसी दिन नतीजों का ऐलान किया जाएगा.