देशभर में नीतीश कुमार के दल बदलने की चर्चा शनिवार से ही चल रही है. 14 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार के दल बदलने से सबसे बड़ा झटका राजद और कांग्रेस को लगा है. कांग्रेस के साथ मिलकर नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन में सभी पार्टियों को जोड़ा था. लेकिन चुनाव के नजदीक आने पर ही सीएम ने राजद और इंडिया गठबंधन से नाता तोड़ लिया और एनडीए में चले गए. रविवार को नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण भी किया.
जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना
इंडिया गठबंधन में भी सीएम नीतीश के चले जाने से सब चौंक गए हैं. सीएम नीतीश कुमार के इस कदम पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बिहार सीएम पर चुटकी ली है. जयराम रमेश ने अपने एक्स अकाउंट पर सीएम नीतीश कुमार के पलटने वाले स्वभाव पर लिखा है- शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार जी अपना मफलर राज भवन में भूल गये. आधे रास्ते से वापिस लौटकर लेने आए तो राज्यपाल जी चौंक गए कि इस बार तो 15 मिनट भी नहीं हुए.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से भी बातचीत करते हुए जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा. जयराम ने कहा है कि नीतीश कुमार आया राम, गया राम नहीं है. वह आया कुमार, गया कुमार है.
वहीं कांग्रेस की ओर से यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन से चले जाने पर गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. नीतीश कुमार के पलटने की आदत उनकी एक खासियत है. यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रचा गया एक प्लान है.
देश में आया राम, गया राम - खड़गे
जयराम रमेश ने आगे राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बिहार पहुंचने पर भी कहा है. उन्होंने कहा कि किशनगंज और बिहार के लोग राहुल गांधी और भारत जोड़ो न्याय यात्रा को जबरदस्त प्रतिक्रिया दे रहे हैं. आज बिहार में पहुंची यात्रा काफी सफल रही है.
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नीतीश कुमार की इंडिया गठबंधन छोड़ जाने की आशंका पहले से ही थी. रविवार को मीडिया से बात करते हुए खड़गे ने कहा कि देश में आया राम, गया राम जैसे कई लोग हैं. पहले वह साथ मिलकर लड़ रहे थे. इस मामले पर हमने लालू जी और तेजस्वी जी से भी बात की. उन्होंने बताया कि नीतीश जा रहे हैं अगर वह रुकना चाहते हैं तो रुक जाते. लेकिन वह जाने का मन बना चुके थे. नीतीश कुमार के जाने की खबर लालू और तेजस्वी यादव ने हमें पहले दी थी, जो सच भी निकली. इस बात का अंदाजा हमें पहले से ही था. लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कोई प्रतिक्रिया नहीं की. अगर हमारी पार्टी कुछ गलत कहेगी, तो संदेश से गलत जाएगा.