झारखंड के आदिवासी संगठन आदिवासी सेंगेल अभियान ने भाजपा के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है. झारखंड में सरना धर्म कोड को लागू नहीं करने के विरोध में अभियान ने 30 दिसंबर को भारत बंद की घोषणा की है. सरना धर्म कोड की मांग को तेज करने के लिए भारत बंद को बुलाया गया है.
मोरहाबादी मैदान में 6 दिसंबर को इसको लेकर बैठक आयोजित की गई. बैठक में संथाल, हो, मुंडा, उरांव, लोहार, आदिवासी समाज के प्रतिनिधि शामिल होकर भारत बंद के आवाहन पर मोहर लगाई है. भारत बंद को लेकर दिसंबर महीने में राज्य के अलग-अलग जिले में बैठक बुलाई जाएगी. जिसमें भारत बंद को सफल बनाने के लिए मंथन होगा.
लंबे समय से आदिवासी समुदाय झारखंड में सरना कोड की मांग कर रहा है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी राज्य में सरना धर्मकोड को लागू करने की मांग कर चुके हैं. समय-समय पर कोड को लेकर धरना प्रदर्शन, रैलियां और केंद्र सरकार से गुजारिश की जा रही है. आदिवासी समुदाय की मांग है कि जिस तरह से हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध धर्म के लोग अपने धर्म का उल्लेख जनगणना फॉर्म में करवाते हैं ठीक उसी तरह से आदिवासी को भी इसका हक मिले.