शनिवार को झारखंड के चाईबासा में केंद्रीय रेशम बोर्ड के सदस्य ने तसर कोसा को लेकर जायजा किया है. अधिकारियों ने चाईबासा में बने तसर कच्चा माल बैंक और चक्रधरपुर में तसर प्रजनन केंद्र का जायजा लिया है.
केंद्रीय बोर्ड के सचिव पी शिवकुमार ने मिट्टी से रेशम की गतिविधियों का बारीकी से जायजा लिया. मौके पर उन्होंने तसर किटपालकों को कीटपालन सामग्रियों का विवरण भी किया. साथ ही कीटाणुओं से बचने के लिए चर्चा भी की.
सिल्क बोर्ड के सचिव ने तसर कोष के घटते उत्पादन पर भी भारी चिंता जताई है. उन्होंने बताया कि 3 साल पहले 3,800 मत तसर कोष का उत्पादन हो रहा था, लेकिन पिछले साल सिर्फ 1,300 मत का ही उत्पादन हुआ है. झारखंड तसर उत्पादन में अग्रणी राज्य रहा है. लेकिन 3 सालों से झारखंड लगातार इसमें कमी दर्ज की जा रही है. देश के उत्पादन का 70 फ़ीसदी तसर झारखंड में ही होता है.
केंद्र सरकार तसर कोसा को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है ताकि कर्मियों को दूर किया जा सके.