झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आदिवासियों के सरना धर्म कोड की मांग पर जल्द से जल्द सकारात्मक फैसला लाने की मांग की है.
सीएम हेमंत सोरेन ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर यह जानकारी दी है. इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर पर इसकी फोटो भी साझा की है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ट्वीट
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट में लिखा है कि देश के आदिवासी समुदाय पिछले कई वर्षों से अपने धार्मिक अस्तित्व की रक्षा के लिए जनगणना कोड में प्रकृति के पूजक आदिवासी सरना धर्म को शामिल करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं.
हेमंत सोरेन ने आगे लिखा है कि मुझे आशा ही नहीं अब तो पूर्ण विश्वास है, कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री समाज के वंचित वर्ग के कल्याण के लिए तत्पर रहते हैं. उसी प्रकार इस देश के आदिवासी समुदाय के समेकित विकास के लिए सरना धर्मकोड का प्रावधान सुनिश्चित करने की कृपा करेंगे.
झारखंड के सीएम ने पत्र में यह भी लिखा है, कि आदिवासी समाज के लोग प्रकृति और अपनी प्राचीन परंपराओं को मानते हैं. और साथ ही पेड़ों और पहाड़ों की और जंगलों की पूजा के साथ उनका संरक्षण करना अपना धर्म मानते हैं. अगर आदिवासी समुदाय के लोगों के लिए सरना कोड जारी नहीं किया गया. तो उनकी भाषा के साथ-साथ उनके संस्कृति सब समाप्त हो जाएगा.
सरना धर्म के लोग प्रकृति, पेड़ और पहाड़ो की पूजा करते हैं.