झारखंड में उत्पाद सिपाही बहाली की शारीरिक परीक्षा में तबीयत बिगड़ने से 16 आध्यार्थियों की मौत हो गई है. इन सभी मृतक अभ्यर्थियों के आश्रितों को राज्य सरकार की ओर से मुआवजा देने का ऐलान किया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को इस प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी दी. इसके पहले भी मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा की थी, मगर अब इसे मंजूर कर दिया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी घोषणा की थी कि सरकार के सभी 12 मंत्री अपने-अपने वेतन से 1 लाख रुपए मृतक के आश्रितों को देंगे.
राज्य में आयोजित उत्पाद सिपाही परीक्षा में 583 पदों के लिए लाखों अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा है, जिनकी शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया गया है. इस परीक्षा में अब तक 16 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है, वही कई अभ्यर्थियों की दौड़ के दौरान तबीयत खराब हो चुकी है. अभ्यर्थियों की मौत के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लेते हुए थोड़े समय के लिए दक्षता परीक्षा को स्थगित कर दिया था. इसके बाद दौड़ स्थल पर निगरानी और सुविधाओं को बढ़ाते हुए भर्ती प्रक्रिया फिर शुरू की गई, जिसमें फिर से अभ्यर्थियों की मौत हो रही है.
गृह विभाग से जानकारी मिली है कि राज्य सरकार कैबिनेट की अगली बैठक में दौड़ की नियमावली में बदलाव कर सकती है. इस बदलाव को अगली भर्ती से लागू किए जाने की बात चल रही है.