झारखंड में राज्यसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. झारखंड राज्यसभा की दो सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव 21 मार्च को होंगे.
शनिवार को निर्वाचन आयोग की तरफ से कहा गया है कि राज्य में दो राज्यसभा सदस्यों भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के समीर उरांव और कांग्रेस के धीरज साहू का कार्यकाल 3 मई को पूरा होने वाला है. इसके पहले चुनाव के तारीखों की घोषणा की जा रही है. इन दो सीटों को भरने के लिए चुनाव होंगे, जो 21 मार्च को आयोजित कराए जाएंगे. चुनाव के लिए अधिसूचना 4 मार्च को जारी कर दी जाएगी. चुनाव अधिसूचना के बाद नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, नामांकन के लिए अंतिम तिथि 11 मार्च निर्धारित की गई है. 12 मार्च को नामांकन की जांच होगी और नाम वापसी के लिए 14 मार्च तक समय दिया जाएगा.
झारखंड में राज्यसभा की कुल 6 सीटें
21 मार्च को चुनाव सुबह 9:00 बजे से शाम के 4:00 बजे तक होगा. इसके बाद उसी दिन शाम में 5:00 बजे चुनाव परिणामों को जारी किया जाएगा. निर्वाचन आयोग ने आगे कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करके चुनाव प्रक्रिया की कड़ी निगरानी होगी और उसके लिए पर्याप्त कदम भी उठाए जाएंगे. मालूम हो कि झारखंड में राज्यसभा की कुल 6 सीटे हैं.
81 सदस्य राज्य विधानसभा में झामुमो के नेतृत्व वाले 47 विधायक हैं. भाजपा के पास 26 और आजसू पार्टी के पास तीन विधायक है. दो निर्दलीय विधायकों के अलावा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और भाकपा-माले का एक-एक विधायक है. इसके अलावा एक मनोनीत सदस्य भी झारखंड में है. झारखंड की सत्ता में 47 विधायक हैं जिनमें से झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राजद का एक विधायक हैं.
झारखंड में चुनाव की घोषणा
समीर उरांव भाजपा के बड़े आदिवासी नेता हैं. साल 2018 में राज्यसभा सांसद के लिए समीर उरांव का चुनाव हुआ था. वहीं धीरज साहू की बात करें तो वह भी कांग्रेस के बड़े नेता के रूप में पहचाने जाते हैं. धीरज साहू 2010 से सांसद हैं. मूल रूप से लोहरदगा के रहने वाले धीरज साहू हाल ही में आकर विभाग की छापेमारी के बाद सुर्खियों में आए थे. धीरज साहू के कई ठिकानों पर छापेमारी में आयकर विभाग को करीब 350 करोड़ रुपए कैश मिला था, इन रुपयों को साहू ने अपना पारिवारिक संपत्ति बताया था.
चुनाव की घोषणा के बाद से ही झारखंड में सियासी पर धीरे-धीरे चढ़ने लगा है. चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद से इंडिया गठबंधन की ओर से प्रत्याशियों के लिए फार्मूला पर माथापच्ची शुरू हो गई है. एनडीए भी इस चुनाव में उम्मीदवार के लिए रणनीति तैयार करने में लग चुका है. राजनीतिक गलियों में यह खबर भी है कि झामुमो कांग्रेस की सीट पर दावेदारी पेश कर सकता है. हालांकि इस पर आधिकारिक रूप से भी कोई बातचीत नहीं हो रही है.