झारखंड में लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. झारखंड में लोकसभा चुनाव को सत्ताधारी झामुमो ने इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर लड़ा था, जिसमें 5 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. अब विधानसभा चुनाव में झामुमो अकेले लड़ने की तैयारी में है. झामुमो ने अकेले ही राज्य की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेने की घोषणा की है.
विधानसभा चुनाव के लिए झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडे ने घोषणा की है. उन्होंने कहा कि पार्टी बहुत मजबूती से हर सीट पर लड़ने के लिए तैयारी कर रही है. लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती का ही परिणाम है की लोकसभा में हमें 5 सीटें हासिल हुई है. विधानसभा चुनाव को लेकर विनोद कुमार पांडे ने कहा कि चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन बूथ स्तर से लेकर केंद्रीय स्तर तक तैयारी कर रही है और सभी को मजबूत किया जा रहा है.
इस साल के अंत तक होंगे विधानसभा चुनाव
राज्य में इस साल अंत तक विधानसभा चुनाव करा दिए जाएंगे. पिछले विधानसभा चुनाव पर नजर डाले तो झामुमो ने 2019 के चुनाव में 43 सीटों पर प्रत्याशियों को उतारा था, जिसमें से 30 सीटों पर जीत हासिल हुई थी.
आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर झामुमो के अलावा इंडिया गठबंधन भी गंभीर हो गया है. सीएम चंपई सोरेन भी चुनाव के पहले सभी सरकारी विभागों को धरातल पर काम करने के लिए दिशा निर्देश दे रहे हैं. सीएम लगातार समीक्षा बैठकों में भी शामिल हो रहे हैं और मंत्रियों, अधिकारियों को कल्याणकारी योजनाओं को चलाने के लिए निर्देश दे रहे हैं. जिसके दम पर चुनाव में वोट मांगने की तैयारी हो रही है.
इस विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की भी भूमिका बढ़ सकती है. लोकसभा चुनाव के बाद उनके कंधों पर जिम्मेदारियां बढ़ गई है. गांडेय उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद है उनकी राजनीतिक समझ को विधानसभा चुनाव में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.